Harbhajan Singh On Workload Managent: क्रिकेट जगत में वर्कलोड मैनेजमेंट एक अहम हिस्सा बन चुका है और लगभग सभी टीमें अपने तेज गेंदबाजों के कार्यभार को मैनेज करने पर ध्यान दे रही हैं। भारतीय टीम भी अपने प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड को मैनेज करने में लगी हुई है ताकि वह इंजर्ड ना हो जाएं। इसी वजह से इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि बुमराह सिर्फ तीन टेस्ट ही खेलेंगे। इस बीच पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने भी वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर अपनी राय दी है और उनका मानना है कि इंटरनेशनल क्रिकेट में शायद इस टर्म का प्रयोग कुछ ज्यादा ही किया जा रहा है। मैनचेस्टर टेस्ट से पहले भज्जी ने कहा कि वर्कलोड मैनेजमेंट एक नई चीज है और टी20 क्रिकेट की लोकप्रियता के कारण इसकी शुरुआत हुई है।पिछले कुछ सालों से खिलाड़ियों की थकान के कारण कई टीमें अब अलग-अलग दौरों के लिए अलग-अलग टीमें लेकर आती हैं। चूंकि क्रिकेट साल भर खेला जाता है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय टीमें अब अपने शीर्ष खिलाड़ियों को लंबे समय तक तरोताजा रखने के लिए उन्हें छुट्टी पर भेजने का समय और जगह निकाल लेती हैं।इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान हरभजन सिंह ने कहा,"देखिए, वर्कलोड मैनेजमेंट एक नई चीज है। आईपीएल आने के बाद, लोगों ने कहा कि मैं एक मैच में 24 गेंदें फेंकूंगा और वे बिल्कुल सही होंगी, और इसी तरह लोग ट्रेनिंग करते थे। अगर आप अतीत में जाएं, तो वर्कलोड क्या था? वर्कलोड का मतलब फिटनेस था। खिलाड़ी पहले भी 5 मैचों की सीरीज खेलते थे। लेकिन हां, अगर किसी को चोट की चिंता है, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है।" जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड को ध्यान रखना जरूरीहरभजन सिंह ने आगे जसप्रीत बुमराह को लेकर बात की और कहा कि वह एक ईमानदार गेंदबाज हैं और उनके वर्कलोड मैनेजमेंट को ध्यान रखना बेहद जरूरी है। भज्जी ने कहा,"जसप्रीत सबसे ईमानदार क्रिकेटर है। अगर उसे दर्द नहीं होता, तो वह सिर्फ 4 ओवर ही नहीं, बल्कि 10 ओवर भी कर सकता है। उसने ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा ही किया था। उसने वहां इतनी ज्यादा गेंदबाजी की कि उसे चोट लग गई। उसका एक्शन इसमें काफी मददगार है। उसका रन-अप छोटा है, और आपको तेज गति से गेंदबाजी करनी होती है, इसलिए उसके एक्शन की फिनिशिंग शरीर पर काफी दबाव डालती है। अगर उसका शरीर ठीक है, तो उसे 5 टेस्ट मैच खेलने दीजिए। अगर वह 5 टेस्ट मैच खेलता है, तो भारत सीरीज जीत जाएगा। किसी भी विरोधी टीम से पूछिए, वे यही कहेंगे कि उन्हें बुमराह का सामना करना पसंद नहीं है।" आपको बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में जसप्रीत बुमराह ने अभी तक दो टेस्ट खेले हैं और दोनों में ही टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है। अब देखना होगा कि मैनचेस्टर में बुमराह खेलते हैं या नहीं।