भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने 2011 विश्व कप जीत को लेकर चौंकाने वाली बात कही है। उन्होंने टूर्नामेंट के अंदरूनी बातों को लेकर और विश्व कप जीतने वाली टीम ने दोबारा कभी साथ में क्यों नहीं खेला इसपर एक ईमानदार किताब लिखने की बात कही।
दरअसल, हरभजन सिंह ने एक ट्वीट की जिसे बाद में उन्होंने हटा भी दिया। इस विवादास्पद ट्वीट में उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अब प्रशंसकों को विश्व कप जीतने के दौरान होने वाली सभी घटनाओं का पता चलेगा। हालांकि पोस्ट करने के कुछ ही मिनट बाद हरभजन सिंह ने यह पोस्ट हटा दिया।
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उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था "कितना हास्यास्पद। समय आने पर पता चलेगा कि कौन क्या खेल खेल रहा था सबको एक दूसरे से दूर रखने के लिए। बहुत कुछ हो रहा था। शायद मेरे लिए यह किताब लिखने का समय है। एक ईमानदार किताब जिसमें लिखा हो कि क्या कुछ हुआ और सबकुछ।
बता दें, 2011 विश्व कप में अपनी योग्यता साबित करने के बावजूद गौतम गंभीर, जहीर खान, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ियों को फिर से भारत के लिए खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अपने विनिंग इलेवन के साथ ना जाने के लिए आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक 2015 वर्ल्ड कप के लिए 2011 की वर्ल्डकप टीम के कई खिलाड़ियों को ना चुने जाने के पीछे धोनी का भी बड़ा हाथ था।
इसके बजाय, धोनी ने भविष्य के आईसीसी टूर्नामेंटों के लिए रोहित शर्मा, शिखर धवन और रविंद्र जडेजा जैसे युवा खिलाड़ियों में विश्वास दिखाया। भारत फाइनल के लिए क्वालिफाई करने में नाकाम रहा और मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में बाहर हो गया।