"हार्दिक पांड्या टेस्ट क्रिकेट में वापसी से बहुत दूर हैं"- दिग्गज खिलाड़ी का चौंकाने वाला बयान 

हार्दिक पांड्या ने तीन साल से कोई टेस्ट नहीं खेला है
हार्दिक पांड्या ने तीन साल से कोई टेस्ट नहीं खेला है

ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने कुछ समय पहले ही भारतीय टी20 टीम में वापसी की है। सभी को उम्मीद है कि यह खिलाड़ी पहले की तरह ही तीनों ही प्रारूपों में अपनी जगह वापस बना लेगा। हालांकि, पूर्व भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर (Wasim Jaffer) की राय अलग है। उनको नहीं लगता कि हार्दिक जल्दी टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए खेलेंगे। जाफर के मुताबिक हार्दिक अपनी चोट के कारण लम्बे स्पेल डालने में सक्षम नहीं हैं और उनका बल्लेबाजी रिकॉर्ड भी अभी साबित नहीं हुआ। इसी वजह से वह ऑलराउंडर खिलाड़ी को टेस्ट टीम का हिस्सा बनते हुए नहीं देख रहे हैं।

जाफर की यह टिप्पणी ईएसपीएन क्रिकइंफो के शो 'रनऑर्डर' में भारत की कप्तानी के भविष्य पर चर्चा के दौरान आई। उनसे पूछा गया कि क्या पांड्या भारत की सफेद गेंद की कप्तानी के लिए एक उम्मीदवार के रूप में उभर रहे हैं, इसका मतलब है कि वह फिर से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलेंगे।

बैक सर्जरी की वजह से हार्दिक लम्बे स्पेल नहीं डाल पाएंगे - वसीम जाफर

पूर्व ओपनर ने कहा कि पांड्या को नियमित जगह पाने के लिए काफी मेहनत की जरूरत है, जो कप्तान बनकर संभव नहीं है। उन्होंने हार्दिक के लिए लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में छोटे स्पेल डालना ही सर्वश्रेष्ठ बताया और कहा कि इससे उन्हें अपना करियर बड़ा करने में मदद मिलेगी।

जाफर ने कहा,

हार्दिक एक दिन में 15 से 18 ओवर गेंदबाजी करें, उनकी बैक सर्जरी की वजह से आपको देखने को नहीं मिलेगा। क्या वह चार या पांच पर बल्लेबाजी करेंगे? मैं लाल गेंद वाले क्रिकेट में ऐसा होते नहीं देखता। तो इस मायने में, वह रेड-बॉल सर्किट में आने से बहुत दूर है। इसलिए मुझे लगता है कि अगर हम उन्हें वनडे में सिर्फ चार ओवर या अधिकतम 10 ओवर गेंदबाजी के लिए छोड़ दें और चार, पांच या छह पर बल्लेबाजी करने दें, तो इससे उन्हें अपने करियर को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।

आपको बता दें कि 2017 में टेस्ट डेब्यू करने वाले पांड्या ने अभी तक 11 टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 2018 में खेला था और इसके बाद से गेंदबाजी न कर पाने की वजह से उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था।

Quick Links