पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ (Haris Rauf) का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट बहाल किया जा सकता है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में नहीं खेलने की वजह से हारिस रऊफ को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था लेकिन अब खबरों के मुताबिक उन्हें दोबारा कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में जगह मिल सकती है। रऊफ ने कॉन्ट्रैक्ट में नहीं शामिल किए जाने के बाद पीसीबी में अपील की थी, जिसे मंजूर किया जा सकता है।
दरअसल हारिस रऊफ ने ऑस्ट्रेलिया टूर पर टेस्ट सीरीज में खेलने से मना कर दिया था और उन्होंने इस सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया था। उन्होंने कहा था कि वो इस सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। हालांकि इसी दौरान वो ऑस्ट्रेलिया में ही बिग बैश लीग में खेलते हुए नजर आए थे। इसके बाद से उनकी काफी आलोचना की गई थी कि वो देश की तरफ से खेलने के लिए पीछे हट गए और केवल खुद के बारे में सोच रहे हैं।
पाकिस्तान टीम के सेलेक्टर वहाब रियाज ने अपने बयान में बताया था कि हारिस रऊफ ने पहले ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में खेलने की हामी भरी थी लेकिन बाद में ऐन मौके पर अपना नाम वापस ले लिया। इसी वजह से पीसीबी ने विदेशी लीग्स में खेलने के लिए हारिस रऊफ को एनओसी देने से मना कर दिया था और 30 जून तक उनके ओवरसीज लीग्स में खेलने पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा बड़ा फैसला करते हुए उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया था।
हारिस रऊफ ने पीसीबी में की थी अपील
इसके बाद हारिस रऊफ ने लीगल एक्शन के जरिए पीसीबी के पास अपील की थी। उन्होंने पीसीबी को दिए एक स्टेटमेंट में बताया था कि क्यों वो ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के दौरान नहीं खेल पाए थे। इस पूरे स्टेटमेंट को पीसीबी की लीगल टीम ने भी चेक किया था। पीसीबी से जुड़े एक सोर्स ने पीटीआई से बातचीत के दौरान बताया,
इस बात के चांस हैं कि हारिस रऊफ की अपील को मंजूर कर लिया जाए और उनके कॉन्ट्रैक्ट को दोबारा बहाल कर दिया जाए।