भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के हालिया बयान को लेकर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। रोहित शर्मा ने रांची टेस्ट मैच के बाद कहा था कि जिस खिलाड़ी के अंदर भारत की तरफ से खेलने की भूख होगी, उसे ही खिलाया जाएगा। आकाश चोपड़ा के मुताबिक यहां पर रोहित शर्मा ने किसी भी प्लेयर का नाम नहीं लिया है लेकिन मीडिया में इस तरह से चर्चा हुई जैसे रोहित शर्मा किसी खास प्लेयर के लिए ये कह रहे हों।
दरअसल हाल ही में इशान किशन को लेकर काफी चर्चा हुई थी कि उन्होंने रणजी ट्रॉफी का एक मैच भी नहीं खेला। बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को डोमेस्टिक क्रिकेट में खेलने के लिए कहा था लेकिन इसके बावजूद इशान किशन ने रणजी का एक भी मुकाबला नहीं खेला। श्रेयस अय्यर ने भी मुंबई के लिए क्वार्टरफाइनल मैच में नहीं खेला था। उन्होंने इंजरी की बात कही थी।
रांची टेस्ट मैच में मिली जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए और उन्होंने इस दौरान कहा,
यह एक मुश्किल फॉर्मेट है और यदि आप इसमें सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपमें वह भूख होनी चाहिए। हम उन्हीं को मौका देंगे, जिनके अंदर टेस्ट क्रिकेट को लेकर वह भूख है। आपको अंततः पता चल ही जाता है कि टेस्ट खेलने की भूख किन खिलाड़ियों में नहीं है, जो खेलना चाहते हैं, प्रदर्शन करने की भूख रखते हैं, कठिन परिस्थितियों में खेलते हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। अगर खेलने की भूख नहीं है तो उनके साथ खेलने का कोई मतलब नहीं है। मुझे कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं दिखता जिसके पास ऐसी भूख न हो।
रोहित शर्मा ने किसी की तरफ इशारा नहीं किया - आकाश चोपड़ा
वहीं आकाश चोपड़ा के मुताबिक रोहित शर्मा ने यहां पर किसी खिलाड़ी की तरफ इशारा नहीं किया है। उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
रोहित शर्मा ने कहा कि ये सबसे मुश्किल फॉर्मेट है और अगर आपको सफलता हासिल करनी है तो फिर काफी अनुशासन और समर्पण दिखाना होगा। उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसी के अंदर वो भूख ना हो तो फिर साफ दिख जाता है लेकिन वो यहां पर किसी की तरफ इशारा नहीं कर रहे थे।