Heinrich Klaasen Reveals Reason Behind Retirement: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने इस महीने की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया। क्लासेन ने टेस्ट क्रिकेट को पहले ही अलविदा कह दिया था लेकिन व्हाइट बॉल क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीकी टीम के अहम खिलाड़ी बने हुए थे। हालांकि अप्रैल में जब क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया तो उसमें क्लासेन का नाम नहीं था, तभी इस बात की चर्चा होने लगी थी कि शायद यह खिलाड़ी जल्द ही संन्यास ले सकता है।
हेनरिक क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शिरकत की थी। माना जा रहा था कि वह अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप और 2027 वनडे वर्ल्ड कप में अहम भूमिका निभाते नजर आ सकते हैं लेकिन अब उन्होंने संन्यास लेकर खुद को किनारे कर लिया है। क्लासेन के फैसले के पीछे की वजह जानने को लेकर सभी व्याकुल थे, अब उन्होंने इसका खुलासा कर दिया है।
खुद के प्रदर्शन और टीम की जीत से नहीं पड़ रहा था प्रभाव
Rapport के साथ इंटरव्यू में हेनरिक क्लासेन ने अपने संन्यास के फैसले पर बात की और बताया,
"मैंने लंबे समय तक महसूस किया कि मुझे अपनी किसी भी परफॉर्मेंस की चिंता नहीं थी और न ही मुझे इस बात की परवाह थी कि टीम जीतती है या नहीं। यह सही स्थिति नहीं है। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले मैंने रॉब (वॉल्टर) के साथ एक लंबी बातचीत की, और मैंने उसे बताया कि मुझे इस बारे में दिल से अच्छा नहीं लग रहा था कि क्या हो रहा है। मुझे इतना मजा नहीं आ रहा था।"
"हमने अच्छे से बात की, हमने 2027 तक वर्ल्ड कप सहित सब कुछ अच्छे से योजना बनाई। तो जब उन्होंने कोच की भूमिका खत्म की और (सीएसए के साथ) (कॉन्ट्रैक्ट) बातचीत योजना के अनुसार नहीं हुई, तो इससे मेरा निर्णय लेना बहुत आसान हो गया।"
बता दें कि रॉब वाल्टर 2023 के सीजन की शुरुआत से दक्षिण अफ्रीका के व्हाइट बॉल कोच थे। उनका कॉन्ट्रैक्ट 2027 वर्ल्ड कप तक था लेकिन उन्होंने पहले ही अपना पद छोड़ दिया। उनके जाने के बाद, दक्षिण अफ्रीका ने रेड बॉल के कोच शुकरी कॉनराड को सभी फॉर्मेट में हेड कोच बना दिया है।