मनोज तिवारी ने कहा है कि उन्होंने अभी तक महेंद्र सिंह धोनी से इस बारे में सवाल नहीं किया है कि उन्हें शतक बनाने के बावजूद भारतीय टीम से क्यों बाहर किया गया था। तिवारी ने इस बारे में फैनकोड ऐप पर दिए एक वीडियो इंटरव्यू में बात की है। इंटरव्यू के दौरान मनोज तिवारी ने कहा,
"मैंने कभी नहीं सोचा था कि देश के लिए शतक बनाने और मैन ऑफ द मैच बनने के बाद मुझे अगले 14 मैचों के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलेगी। हालांकि मुझे इस बात की रिस्पेक्ट करनी चाहिए कि कोच और मैनेजमेंट ने कुछ सोचा होगा और उनके दिमाग में निश्चित ही कुछ और होगा। मुझे कभी भी मौका या हिम्मत नहीं हुई कि उस समय मैं महेंद्र सिंह धोनी से इसका कारण पूछ पाऊं। इसके पीछे का कारण साफ था कि हम हमारे सीनियर्स की इज्जत करते हैं और सवाल पूछने से रोकते हैं। इसी वजह से मैंने कभी भी उनसे नहीं पूछा।"
भारत के लिए मनोज तिवारी ने 12 वनडे और 3 टी20 मुकाबले खेले हैं। इसमें उन्होंने वनडे में 287 और टी20 में 15 रन बनाए हैं। वनडे में उन्होंने 5 विकेट भी लिए हैं। 2012 में उन्होंने गेंद के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 61 रन देकर 4 विकेट लिए थे। हालांकि उन्हें कभी भी ज्यादा मौके नहीं मिले।
मनोज तिवारी आईपीएल में एमएस धोनी के साथ भी खेल चुके हैं
आईपीएल में वैसे तो मनोज तिवारी कई टीमों का हिस्सा रहे हैं और 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स का हिस्सा रहते हुए महेंद्र सिंह धोनी के साथ भी मनोज तिवारी एक सीजन खेले हैं। इस सीजन उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा था और टीम को फाइनल में पहुंचाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। इसके बावजूद 2018 के बाद से वो आईपीएल नहीं खेल पाए हैं और अभी भी वो किसी भी टीम का हिस्सा नहीं है।
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घरेलू क्रिकेट में बंगाल की कप्तानी कर चुके मनोज तिवारी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 8000 से ज्यादा और लिस्ट ए क्रिकेट में 5000 से ज्यादा रन बनाए हैं। वो टीम के महत्वपूर्ण बल्लेबाजों में से एक हैं। 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मनोज तिवारी भारत के लिए आखिरी बार खेले थे।