टी नटराजन (T Natarajan) भारतीय टीम (Indian Team) के साथ सीमित ओवर सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया गए और टेस्ट सीरीज के लिए नेट बॉलर के रूप में उन्हें वहां रोका गया। इसके बाद ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में टी नटराजन को खेलने का मौका भी मिला और उन्होंने वहां अपनी गेंदबाजी से प्रभावित करने वाला काम भी किया। टी नटराजन का कहना है कि उन्होंने इस बारे में सोचा भी नहीं था कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट डेब्यू होगा।
टी नटराजन का कहना है कि खेलने के बारे में पता चलने पर मैं दबाव में था लेकिन खेलते हुए विकेट लेना एक सपने की तरह होता है। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैच में खेलना सपना सच होने की तरह था और इसकी ख़ुशी ऐसी है कि मेरे पास वर्णन करने के लिए शब्द ही नहीं हैं। नटराजन ने यह भी कहा कि टीम के साथी खिलाड़ियों और सभी कोचों ने मेरा पूरा सपोर्ट किया।
टी नटराजन का हुआ स्वागत
टी नटराजन जब ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटकर भारत आए तब वह बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरे। इसके बाद उनका शानदार तरीके से स्वागत किया गया और खुले रथ में बैठाकर उनके ऊपर पुष्प वर्षा की गई। नटराजन को शायद इसका अंदाजा भी नहीं होगा कि उनका इस तरह से भारत में आने के बाद स्वागत किया जाएगा। ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में टी नटराजन को 3 विकेट मिले और उन्होंने एक अनुभवी गेंदबाज की तरह रवैया अपनाते हुए गेंदबाजी की।
ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में नटराजन को खेलना का मौका इसलिए मिला क्योंकि मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोटिल हो गए थे और उनकी जगह नटराजन को शामिल किया गया। एक समय तो ऐसा लगा कि ऑस्ट्रेलिया के लिए यह गेंदबाजी आक्रमण मुश्किल नहीं है लेकिन बाद में ये अटकलें गलत साबित हुई।
भारतीय टीम ने ब्रिस्बेन टेस्ट मैच को अंतिम दिन जीतकर इतिहास रच दिया था और इसकी चर्चा अब तक क्रिकेट जगत में की जा रही है।