विराट कोहली (Virat Kohli) और सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के बीच हाल ही में जो कुछ भी हुआ उसको लेकर लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य कीर्ति आजाद ने कहा है कि सौरव गांगुली को इस मामले को बेहतर तरीके से हैंडल करना चाहिए था।
कीर्ति आजाद को इससे शिकायत नहीं है कि विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से हटाया गया। हालांकि उनका कहना ये है कि अगर कोहली को कप्तानी से हटाने के बारे में पहले बता दिया जाता तो फिर ज्यादा अच्छा होता।
सौरव गांगुली को खुद के उदाहरण से सीख लेना चाहिए था - कीर्ति आजाद
कीर्ति आजाद के मुताबिक सौरव गांगुली को खुद के एक्सपीरियंस से सीख लेनी चाहिए थी कि ग्रेग चैपल के समय उनके साथ कैसा सलूक हुआ था। उन्होंने न्यूज 18 से बातचीत में कहा,
मुझे याद है कि कैसे बिशन सिंह बेदी को बाहर किया गया था, सुनील गावस्कर को हटाया गया था। वेंकटराघवन तो फ्लॉइट में थे और जब वो उतरे तो उन्हें कप्तानी से हटाया जा चुका था। सौरव गांगुली को खुद के एक्सपीरियंस से सीख लेनी चाहिए थी। मुझे याद है जब ग्रेग चैपल कोच थे तब मैंने गांगुली का बचाव किया था क्योंकि उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया था। गांगुली को खुद के साथ हुई चीजों से सीखना चाहिए था और इस बारे में विराट कोहली को काफी पहले बता देना चाहिए था।
दरअसल विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और इसमें उन्होंने सौरव गांगुली के उस बयान का जवाब दिया था जिसमें गांगुली ने कहा था कि वो नहीं चाहते थे कि विराट कोहली टी20 टीम की कप्तानी छोड़ें और उन्होंने खुद इस बारे में कोहली से बात की थी लेकिन वो नहीं माने। हालांकि विराट ने इस बयान को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि उनसे ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया। वहीं विराट कोहली ने ये भी बताया था कि उन्हें कप्तानी से हटाने के बारे में पहले नहीं बताया गया था।