भारतीय वन-डे टीम में फिलहाल भले ही महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपर की जगह भरे हुए हों लेकिन टेस्ट में कीपिंग करने वाले ऋद्धिमान साहा को 2019 विश्वकप के लिए चुने जाने वाली भारतीय टीम में शामिल किये जाने की उम्मीद है। साहा का कहना है कि उन्होंने विश्वकप 2019 में खेलने का सपना नहीं छोड़ा है और इसे लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। साहा ने कहा कि उनकी पत्नी रोमी उन्हें विश्वकप में खेलते हुए देखना चाहती है।
बकौल साहा "मेरी पत्नी मुझे विश्वकप में खेलते हुए देखना चाहती है। उसने मुझे कड़ी मेहनत करने की सलाह दी है। मैं खुद भी कोशिश कर रहा हूँ लेकिन अंत में निर्णय चयनकर्ताओं को ही लेना होता है।" अगले महीने साहा 33 वर्ष के हो जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया और भारत की होने वाली वन-डे सीरीज पर उन्होंने कहा कि भारत को भारत में हराना हमेशा मुश्किल होता है। ऑस्ट्रेलिया ने पिछली बार अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन मैं भारत को आगे रखूँगा।
एक प्रमोशनल इवेंट के मौके पर आए साहा ने यह सब बातें कही। श्रीलंका में तीनों प्रारूपों में खेलकर 9-0 से जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम 17 सितम्बर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज का पहला वन-डे खेलेगी। टीम इंडिया की मजबूत बल्लेबाजी और गेंदबाजी देखते हुए ही साहा ने भारत को ऑस्ट्रेलिया से आगे बताया।
साहा ने वन-डे में चयन होने को लेकर यह कहा कि मेरा प्रदर्शन हमेशा खुद को बेहतर करने के लिए होता है, मैं सिर्फ एकदिवसीय टीम में जगह बनाने के लिए नहीं खेलता। नियमित रूप से भारतीय वन-डे टीम के सदस्य नहीं रहने वाले साहा ने कहा कि बाकी चीजें चयनकर्ताओं पर भी निर्भर करती है। मेरी कीपिंग के बारे में अच्छा बोलने वालों को मालूम है कि मैंने जो सीखा है, उसे क्रियान्वित करने का प्रयास भी किया है। साहा का यह बयान दर्शाता है कि वे एकदिवसीय क्रिकेट में भी नियमित विकेटकीपर के रूप में देश का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं।