पाकिस्तान के बल्लेबाज उमर अकमल ने खुलासा किया कि उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग के लिए सम्पर्क करने वालों की जानकारी इसलिए नहीं दी क्योंकि मुझे लगा कि यह जानकारी गोपनीय नहीं होगी। उमर अकमल (Umar Akmal) ने कहा कि मैंने यह सोचा कि मामला लीक हो जाएगा और फिर यह गोपनीय नहीं रहेगा। उमर अकमल को बैन करने की सजा अब कम कर दी गई है।
लाहौर में पत्रकारों से बातचीत में उमर अकमल ने कहा कि मैंने पीसीबी की एंटी-करप्शन यूनिट को इस मामले की रिपोर्ट नहीं करने का निर्णय लिया क्योंकि मुझे चिंता थी कि जानकारी लीक हो जाएगी और गोपनीय नहीं रहेगी। उन्होंने यह भी कहा किमामले को रिपोर्ट करने का मेरा हर इरादा था। मैं बोर्ड चेयरमैन से मिलने उनके पास पाकिस्तान सुपर लीग में स्पॉट-फिक्स करने के लिए किए गए दृष्टिकोण को बताने गया था। दुर्भाग्य से, मैं उससे नहीं मिल सका क्योंकि वह व्यस्त थे और यह मुद्दा बन गया।
उमर अकमल को मिली है राहत
गौरतलब है कि उमर अकमल को अठारह महीने बैन की सजा सुनाई गई थी लेकिन उनकी अपील पर एक इंडिपेंडेंट जज ने सजा को कम करते हुए इसे अठारह से 12 महीने का कर दिया। उमर अकमल ने इस निर्णय का स्वागत भी किया और अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देते हुए यह भी कहा कि मैंने कभी कुछ गलत किया ही नहीं था और आगे भी कभी ऐसा नहीं करूंगा।
गौरतलब है कि उमर अकमल के साथ अनुशासन को लेकर भी पीसीबी के कुछ मुद्दे रहे हैं और उनके ऊपर जुर्माना भी कई बार लगा है। इस बार स्पॉट फिक्सिंग के लिए सम्पर्क करने वालों के बारे में नहीं बताने के लिए उनके ऊपर बैन लगाया गया।