हाल ही में यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण भारतीय टीम से बाहर किए गए अंबाती रायडू ने साफ किया कि वो इस टेस्ट के खिलाफ नहीं है, बल्कि वो इसे पास नहीं करने के कारण काफी निराश हुए थे। अंबाती रायडू को इस टेस्ट में फेल होने के कारण इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाली एकदिवसीय सीरीज के लिए टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। रायडू ने बैंगलोर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मैं अपने आप से निराश था कि मैं टेस्ट को क्लीयर नहीं कर पाया। हालांकि मैं इस टेस्ट के खिलाफ नहीं हूं, क्योंकि हर एक खिलाड़ी के फिटनेस का एक स्तर होना चाहिए। मुझे खुद पर यकीन था, मैंने अपनी फिटनेस पर काम किया। मैंने कुछ दिन पहले इस टेस्ट को क्लीयर किया और मुझे टीम में शामिल किया गया।" यो-यो टेस्ट को पास करने के बाद उन्हें चार टीमों के बीच चल रही वनडे सीरीज में इंडिया ए टीम में शामिल किया गया और अंबाती रायडू ने पहले ही मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ जीत दिलाई। अपने करियर को लेकर रायडू ने कहा, "16 साल के मेरे करियर में मुझे याद नहीं क्या -क्या हुआ। पिछले कुछ सालों में खेलने के तरीके में काफी बदलाव आया है। मैं देश के लिए खेलना चाहता हूं, यह मेरे लिए गर्व की बात है और मैं बस मौकों का इंतजार कर रहा हूं। रायडू ने इस साल आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया था और उन्होंने सीएसके को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसी प्रदर्शन के दम पर उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए एकदिवसीय टीम में मौका मिला था, लेकिन उन्हें टेस्ट में फेल होने के कारण बाहर कर दिया गया। आपको बता दें कि अंबाती रायडू से पहले भी कई दिग्गज खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण टीम से बाहर किया जा चुका है। इस लिस्ट में युवराज सिंह, सुरेश रैना, मोहम्मद शमी और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं।