महेंद्र सिंह धोनी के साथ खेलने से मेरी मानसिकता होगी मजबूत : ऋषभ पंत

ऋषभ पंत घरेलू क्रिकेट का वो नाम है जिसने हाल ही में अपने बल्ले की धार से रणजी से लेकर टी20 तक के घरेलू मैचों में गेंदबाजों को आत्म-समर्पण करवाया है। डी.वाई. पाटिल टी20 कप के एक मैच में इस बल्लेबाज ने मात्र 14 गेंदों में 43 रन ठोक डाले थे, इससे उनकी टीम को 3 विकेट की महत्वपूर्ण जीत दर्ज करने में सफलता मिली। इस टूर्नामेंट के बारे में शायद कम ही लोगों को जानकारी होगी लेकिन इसमें युवराज, चेतेश्वर पुजारा और हार्दिक पाण्ड्या जैसे भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने भी शिरकत की थी। पंत इस मैच में 2 चौके और 5 छक्के जड़कर सबके आकर्षण का केंद्र बन गए। जब पंत यह काम कर रहे थे तब भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता 15 जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टी20 और वन-डे टीम का चयन करने में व्यस्त थे। चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम की कमान टेस्ट कप्तान विराट कोहली के हाथों में थमाई, वहीं सिक्सर किंग युवराज सिंह की भी वापसी हुई, इसके अलावा आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले आशीष नेहरा को सुरेश रैना के साथ टी20 टीम का हिस्सा बनाया गया। एक तरफ पंत मुंबई में अपने बल्ले से धमाका कर रहे थे तो दूसरी तरफ बीसीसीआई के ट्विटर हैंडल से घोषित होने वाली भारतीय टीम की सूची में उनका नाम शामिल हो चुका था। टीम में चयनित होने के बाद इस खिलाड़ी ने एक निजी भारतीय मीडिया संस्थान से बातचीत में कहा “मैं अपने चयन को लेकर बेहद खुश हूं और अधिक सोचने की बजाय अपने चयन का आनंद ले रहा हूं।“ महेंद्र सिंह धोनी के साथ खेलने को लेकर उत्साहित इस युवा बल्लेबाज ने कहा “काफी लंबे समय से मैं धोनी भाई से सीखने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन वो समय नहीं आया क्योंकि वे अलग टीम के साथ थे। अब जब अवसर आया है, तो मैं उनसे विकेटकीपिंग सीखूंगा और इससे अच्छी मानसिकता होगी।“ उल्लेखनीय है कि ऋषभ पंत ने 2016 रणजी सत्र में 48 गेंदों में शतक जड़ते हुए घरेलू क्रिकेट का सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। इसके अलावा उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ 326 गेंदों में 308 रन की धुआंधार पारी खेली थी, जिसमें 42 चौके और 9 गगनचुंबी छक्के शामिल थे।