भारतीय खिलाड़ी पृथ्वी शॉ ने आलोचना करने वालों के लिए प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं दूर हो गया हूँ। आलोचना करने वालों को बल्ले से जवाब दूंगा। भारत के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ बाद में चोट के कारण टीम से बाहर हो गए थे। इसके बाद वे डोपिंग मामले में बीसीसीआई द्वारा बैन किये गए थे।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत करते हुए शॉ ने कहा कि हाँ अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतना और भारत के लिए डेब्यू टेस्ट में ही शतक जड़ना मेरे लिए बड़े पल रहे हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं कहीं दूर चला गया हूँ। डोपिंग जैसी चीजें मेरे नियन्त्रण में थी लेकिन एंकल इंजरी मेरे वश में नहीं थी। मुझे लगा कि मैं सौ फीसदी लोगों को खुश नहीं रख सकता। मैं जानता हूँ कि आलोचना भी जीवन का हिस्सा और पार्सल है। आलोचना को सकारात्मक लेकर सुधार करते रहना होता है। 2019 मेरे लिए अच्छा नहीं गया, आलोचकों को मैं बल्ले से जवाब दूंगा।
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डोपिंग से बैन होने के बाद के बारे में कहा कि उस समय ने मुझे चीजों के बारे में सिखाया है। आपको कोई दवा लेने से पहले डॉक्टर या बीसीसीआई के डॉक्टर्स से सलाह करनी चाहिए और मालूम रखना चाहिए कि यह दवा बैन है या नहीं। मैंने कफ सिरप ली थी और वह बैन थी लेकिन मुझे पता नहीं था। उस समय क्रिकेट से दूर रहना एक टॉर्चर था। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए।
गौरतलब है कि डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने पर पृथ्वी शॉ को आठ माह के लिए बैन किया गया था। उस दौरान वे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहे। अनजाने में उन्होंने प्रतिबंधित दवाई का सेवन किया था।