आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में संशोधन किया है। कोरोना वायरस के चलते आईसीसी ने यह निर्णय लिया है। आईसीसी ने बताया है कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुँचने वाली टीमों के अंकों के प्रतिशत के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। इसका सीधा अर्थ यही है कि भारतीय टीम को नुकसान हुआ है।
आईसीसी ने प्राप्त अंकों के आधार पर टीमों की रैंकिंग जारी की जिसमें भारतीय टीम नम्बर एक से लुढ़ककर दो पर आ गई है और ऑस्ट्रलिया की टीम पहले स्थान पर चली गई है। आईसीसी की बोर्ड मीटिंग में यह निर्णय लिया गया और आईसीसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी भी दी है।
आईसीसी ने जारी की रैंकिंग
आईसीसी ने टीमों के मैचों में मिली जीत के अंकों पर प्रतिशत निकाला है। इसके अलावा जो सीरीज नहीं हुई, उनके मैचों को ड्रॉ माना जाएगा। आईसीसी के इस नियम से ऑस्ट्रेलिया को फायदा हुआ है और भारत को नुकसान हुआ है। भारतीय टीम के अभी 4 सीरीज में 360 अंक है और तालिका में टीम नम्बर एक थी लेकिन पॉइंट के प्रतिशत के आधार पर ऑस्ट्रेलिया की टीम आगे चली गई है। ऑस्ट्रेलिया के 3 सीरीज में 296 अंक है लेकिन इस टीम के 82.2 अंक है और इस आधार पर भारतीय टीम पीछे रह गई। भारतीय टीम के अंकों का प्रतिशत 75 ही निकलता है। हालांकि भारतीय टीम से नीचे इंग्लैंड की टीम है जिसके 60.8 अंक है। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में अच्छा खेल दिखाना होगा क्योंकि भारत के खराब खेल और न्यूजीलैंड के घरेलू सीरीजों में बेहतर खेल से भारत को नुकसान हो सकता है।
सबसे अच्छा मौका ऑस्ट्रेलिया के हाथ लगा है। भारतीय टीम से अंकों में काफी पीछे होने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया की टीम को आईसीसी के नए नियमों का फायदा मिल गया। देखना होगा अगले साल वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में कौन सी दो टीमें जाती हैं।