पाकिस्तान के दिग्गज वकार युनिस ने आईसीसी द्वारा गेंद पर लार की बजाय कृत्रिम पदार्थों के उपयोग पर चर्चा करने पर नाराजगी जाहिर की है। उनका मानना है कि गेंद को चमकाने के लिए लार और पसीने का विकल्प कुछ और नहीं हो सकता।
दरअसल, सूत्रों के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण आईसीसी गेंद पर लार का इस्तेमाल करने से रोकने पर विचार कर रही है। इसके बाद खिलाड़ियों से गेंद पर चमक बनाए रखने को कृत्रिम पदार्थों का उपयोग करने की अनुमति मिल सकती है।
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इसे लेकर वकार ने Cricinfo से बात की है और अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा, "एक तेज गेंदबाज के रूप में मैं इसे अस्वीकार करता हूं, क्योंकि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। एक गेंद पूरे दिन एक हाथ से दूसरे हाथ जाती है।" उनका कहना है कि लार का उपयोग करना चाहिए और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के फिर से शुरू होने पर इसे दूर नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, "पसीने और लार का इस्तेमाल नैसर्गिक है। यह आदत की तरह है आप इस पर नियंत्रण नहीं कर सकते। आप गेंदबाज को बाहरी चीज लगाने के लिए दे सकते है लेकिन खेल के दौरान उसे लार और पसीने का इस्तेमाल करने से रोकाना संभव नहीं होगा।"
हालांकि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज एलन डोनाल्ड ने इस पर अपनी अलग राय रखी। उनका कहना है कि मैं गेंद से छेड़छाड़ को वैध बनाने से पूरी तरह सहमत हूं। मैंने 2000 के दशक में किसी लेख में ऐसा कहा था। अभी भी यह होता है। हम देखते हैं कि लोग गेंद को जमीन पर फेंक रहे हैं और अंपायर कहते हैं कि इसे फेंक दो, जबकि यह स्पष्ट होता है कि वो क्या कर रहे हैं।