भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बचपन के कोच केशव बैनर्जी ने कहा है कि इस साल जून में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी धोनी के भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि अगर इस टूर्नामेंट में धोनी ने अच्छा प्रदर्शन तो फिर उनके 2019 विश्व कप में खेलने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। आपको बता दें कि ये वही केशव बैनर्जी हैं, जिन्होंने धोनी को स्कूल में गोलकीपर से विकेटकीपर बनने के लिए प्रेरित किया था। बैनर्जी ने ये भी कहा कि समय के साथ आपके खेलने के रवैये में अंतर आता है और आप एक ही स्ट्राइक रेट के साथ हमेशा नहीं खेल सकते। लेकिन धोनी की इच्छाशक्ति और खेल की समझ उन्हें काफी अलग बनाती है। चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी के लिए ही वो अभी विजय हजारे ट्रॉफी में भी हिस्सा ले रहे हैं। केशव बैनर्जी ने ये भी कहा कि धोनी जब टेस्ट से संन्यास लेने वाले थे तब उनके घरवालों और नजदीकी दोस्तों को भी इस बात की जानकारी नहीं थी। जनवरी में भारत के एकदिवसीय और टी20 टीम के कप्तानी से इस्तीफा देने वाले धोनी फिलहाल झारखंड की कप्तानी कर रहे हैं। उनकी कप्तानी में झारखंड फिलहाल विजय हजारे ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल में पहुँच गई है। विजय हजारे ट्रॉफी के बाद धोनी आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की तरफ से खेलते हुए दिखेंगे। इस साल की नीलामी से पहले उन्होंने पुणे की कप्तानी भी छोड़ दी थी और इस साल सिर्फ एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे। हालांकि धोनी के इतिहास को देखते हुए ये भी कहा जा सकता है कि वो शायद चैंपियंस ट्रॉफी के बाद संन्यास की घोषणा कर दें और विराट कोहली को अगले विश्व कप के लिए एक नई टीम तैयार करने का मौका दें। इसके अलावा ये भी उम्मीद है कि टीम को धोनी के अनुभव की जरूरत पड़े और वो अगले विश्व कप तक टीम के साथ बने रहें।