अफगानिस्तान क्रिकेट को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आईसीसी उनके ऊपर कड़े प्रतिबंध लगा सकती है, क्योंकि अफगानिस्तान ने आईसीसी के नियमों का पालन नहीं किया है। आईसीसी का ये नियम है कि जो भी फुल टाइम सदस्य देश हैं उनके पास मेंस के अलावा वुमेंस की टीम भी होनी चाहिए लेकिन अफगानिस्तान के पास महिला टीम नहीं है और इसी वजह से आईसीसी उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
दरअसल जबसे अफगानिस्तान में तालिबान सत्ता में आई है वहां पर काफी उथल-पुथल मची हुई है। तालिबान ने महिलाओं को लेकर कई तरह की पाबंदी लगा दी है। वहां पर लड़कियों के शिक्षा और रोजगार पर रोक लगा दी गई है। महिलाओं को यूनिवर्सिटी में पढ़ने की इजाजत नहीं है।
आईसीसी की मीटिंग में होगी अफगानिस्तान मुद्दे को लेकर चर्चा
आईसीसी के एक प्रवक्ता ने क्रिकबज्ज से बातचीत में बताया कि आईसीसी की अगली मीटिंग में इसको लेकर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा,
अफगानिस्तान में जो हालिया डेवलपमेंट हुए हैं उससे हम काफी चिंतित हैं। आईसीसी की अगली मीटिंग में इसको लेकर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा अन्य ग्लोबल स्पोर्टिंग ऑर्गेनाइजेशन से भी इस बारे में बात की जाएगी। हम चाहते हैं कि महिला और पुरुष दोनों सुरक्षित तरीके से अफगानिस्तान में क्रिकेट खेलें।
आपको बता दें कि हाल ही में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी अफगानिस्तान के साथ अपनी आगामी वनडे सीरीज को भी रद्द कर दिया था, जिसको लेकर अफगानी प्लेयर्स ने ऑस्ट्रेलिया के ऊपर निशाना साधा था। ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच मार्च में तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाने वाली थी। हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अब इस सीरीज को रद्द कर दिया है। हाल ही में तालिबान ने अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा और नौकरी पर रोक लगा दी थी और इसका विरोध करने के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान टीम के साथ अपनी सीरीज ही रद्द कर दी।