#2 भारत, 2011
साल 1996 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप एशियाई सरज़मीं पर खेला जा रहा था। टीम इंडिया जीत की सबसे प्रबल दावेदार टीम थी। भारत ने शुरुआत अच्छी की और पहले मैच में बांग्लादेश को 87 रन से हराया। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा और इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच टाई रहा। हांलाकि भारत के बाक़ी 2 मुक़ाबले नीदरलैंड और आयरलैंड जैसी कमज़ोर टीमों से थे ऐसे में टीम इंडिया को ग्रुप स्टेज पार करने में ज़्यादा मुश्किल नहीं हुई।
धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने क्वॉर्टरफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया और सेमीफ़ाइनल में पाकिस्तान को मात दी। भारत को फ़ाइनल में श्रीलंका का सामना करना था। श्रीलंकाई टीम ने पहले खेलते हुए भारत को जीत के लिए 275 रन का लक्ष्य दिया। इसके जवाब में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन गौतम गंभीर, विराट कोहली और कप्तान धोनी ने भारत को जीत की दहलीज़ पर पहुंचा दिया और टीम इंडिया ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा जमाया।
#1 ऑस्ट्रेलिया, 2015
इस वर्ल्ड कप की मेज़बानी संयुक्त रूप से ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के हाथों में थी। उस वक़्त कंगारू टीम आईसीसी वनडे रैंकिंग में टॉप स्थान पर थी। चूंकि वर्ल्ड कप में उन्हीं के घर में हो रहा था, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ट्रॉफ़ी की दावेदार टीम बन गई थी। सेमीफ़ाइनल में माइकल क्लार्क की टीम ने भारत को मात दी। इसके बाद फ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड को हराया। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने रिकॉर्ड 5वीं बार वर्ल्ड कप अपने नाम किया। आज वो वर्ल्ड कप की सबसे कामयाब टीम है।