भारत और बांग्लादेश के बीच एजबेस्टन में खेले जा रहे आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में एक अजीब घटना हुई। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश की पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और सिर्फ 31 रनों तक उनके 2 विकेट गिर गए थे। इसके बाद तमीम इक़बाल और मुशफिकुर रहीम ने टीम को संभाला और 123 रनों की साझेदारी निभाई। दोनों ने अपना-अपना अर्धशतक भी पूरा किया था। हालांकि हम यहाँ जिस घटना का जिक्र कर रहे हैं, वो बांग्लादेश की पारी के 40वें ओवर में देखने को मिली। रविचन्द्रन अश्विन के ओवर की तीसरी गेंद को महमुदुल्लाह ने लॉन्ग लेग की तरफ स्वीप किया था और 1 रन लिया। रन के दौरान युवराज ने थ्रो किया और गेंद को लपकते हुए धोनी का एक ग्लव्स मैदान पर गिर गया। धोनी ने जब गेंद को वापस स्टंप पर मारने की कोशिश की तो वो उनके ग्लव्स में जाकर लगी। इसी वजह से बांग्लादेश को 5 पेनल्टी रन मिल गए, क्योंकि आईसीसी के नियमों के मुताबिक अगर खिलाड़ी ने हेलमेट, ग्लव्स , टोपी या पैड नहीं पहने हैं और मैदान में द जाकर उनसे लगती है, तो फिर बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 पेनल्टी रन मिलते हैं। इसके अलावा बल्लेबाजी करने वाली टीम को निम्न कारणों से पेनल्टी रन मिलते हैं: # अगर कोई फील्डर बिना अंपायर के इजाजत के मैदान पर आकर गेंद को छूता है। # अगर अंपायर को लगता है कि फील्डिंग करने वाली टीम ने जानबूझकर गेंद को खराब किया है। # फील्डिंग करने वाली टीम जानबुझकर बल्लेबाज का ध्यान भटकाती है। इस मामले में फील्डर को चेतावनी भी दी जाती है। # अगर फील्डिंग करने वाली टीम जानबूझकर पिच को खराब करती है। इसके अलावा फील्डिंग करने वाली टीम को भी पेनल्टी रन मिलने के प्रावधान हैं: # बल्लेबाजी करने वाली टीम जानबूझकर शॉर्ट रन लेती है। # चेतावनी के बावजूद बल्लेबाज जानबूझकर समय खराब करते हैं। # दो वॉर्निंग के बाद भी बल्लेबाज पिच को नुकसान पहुंचाते हैं। # अगर दूसरे छोर का बल्लेबाज किसी फील्डर का ध्यान भंग करता है, खासकर जब वो कैच ले रहे हों।