सोमवार को आईसीसी हॉल ऑफ फेम (ICC Hall of Fame) में तीन नए खिलाड़ियों के शामिल किये जाने की घोषणा हुई। इन तीन खिलाड़ियों में पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag), डायना एडुल्जी (Diana Edulji) और श्रीलंका के पूर्व कप्तान अरविंद डी सिल्वा (Arvinda de Silva) का नाम शामिल है। एडुल्जी पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आईसीसी की तरफ से यह सम्मान प्राप्त किया।
आईसीई ने एक बयान जारी कर बताया,
आईसीसी हॉल ऑफ फेम खेल के लंबे इतिहास में महानतम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को सम्मानित करता है, डिसिल्वा, एडुल्जी और सहवाग क्रमश: 110, 111 और 112 खिलाड़ियों के रूप में शामिल होते हैं।
वीरेंदर सहवाग आईसीसी द्वारा हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले आठवें भारतीय पुरुष क्रिकेटर बन गए। उनसे पहले सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, अनिल कुंबले, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीनू मांकड़ को यह खास सम्मान मिल चुका है।
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और वह 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2007 टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। उनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 17 हजार से भी ज्यादा रन दर्ज हैं।
भारतीय खिलाड़ी ने हॉल ऑफ फेम में शामिल करने के लिए आईसीसी को धन्यवाद दिया और कहा कि वह क्रिकेट की गेंद को हिट करने में अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बिताने के लिए आभारी महसूस करते हैं। उन्होंने कहा,
मुझे इस सम्मान से जोड़ने के लिए मैं आईसीसी को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा उस काम को करने में बिताने के लिए बेहद आभारी महसूस करता हूं, जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद था, 'क्रिकेट की गेंद को मारना।' मैं अपने परिवार, दोस्तों, जिन लोगों के साथ खेला, और अनगिनत लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने निस्वार्थ भाव से मेरे लिए प्रार्थना की।
इस बीच एडुल्जी ने आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया। एडुल्जी ने भारत के लिए सभी प्रारूपों में 54 मैचों में 109 विकेट लिए। उन्होंने खुद को हॉल ऑफ फेम में शामिल किये जाने को लेकर कहा,
सबसे पहले, मैं आईसीसी और जूरी को धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने मुझे आईसीसी हॉल ऑफ फेम 2023 में शामिल करने के लिए चुना। दुनिया भर के पुरुष और महिला क्रिकेटरों के साथशामिल होने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनना वास्तव में एक बड़ा सम्मान है।
अरविंद डी सिल्वा ने 1996 वर्ल्ड कप फाइनल में शतक बनाकर श्रीलंका को पहली बार खिताब दिलाया था। उन्होंने 93 टेस्ट मैचों में 42.97 की औसत से 6,361 रन बनाए और 29 विकेट भी लिए। वहीं, वनडे में उन्होंने 308 मैचों में 34.90 की औसत से 9,284 रन बनाए एवं 106 विकेट भी लिए।