दक्षिण अफ्रीका टीम के कप्तान फाफ डू प्लेसी ने आईसीसी द्वारा बॉल टैंपरिंग (गेंद से छेड़छाड़) के लिए सजा को और कड़ी करने के फैसले की काफी तारीफ की है। हालांकि उन्होंने आईसीसी से इसके नियम को स्पष्ट करने के लिए भी कहा है। आईसीसी के नए नियम के मुताबिक अब बॉल टैंपरिंग करने पर लेवल 3 चार्ज के तहत दोषी खिलाड़ी पर बैन लगाया जाएगा। फाफ डू प्लेसी ने कहा, "आईसीसी ने बॉल टैंपरिंग की सजा को सख्त करके अच्छा फैसला किया है। हालांकि मुझे अभी भी इस नियम की पूरी जानकारी नहीं है। मेरे हिसाब से अगर हम अपने मुंह में कुछ डालते हैं और उससे गेंद को शाइन करते हैं, तो वो गलत नहीं है, लेकिन अब सजा काफी सख्त हो गई है। इससे अब हर कोई ऐसा करने से पहले जरूर सोचेगा। आईसीसी को इस बात को भी साफ करना होगा कि किस बात की इजाजत है और किस बात की नहीं। क्या मैदान में मिंट खा सकते हैं?" दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से गॉल में खेला जाएगा और फाफ डू प्लेसी ने साफ कर दिया है कि वो मैच से पहले अंपायर से इसको लेकर पूरी जानकारी लेंगे। आपका बता दें कि खुद डू प्लेसी के ऊपर दो बार बॉल टैंपरिंग के कारण उन्हें सजा मिल चुकी है। इसके अलावा श्रीलंका टीम के कप्तान दिनेश चांडीमल के ऊपर भी वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट के दौरान बॉल टैंपरिंग का आरोप लगा था, जिसके कारण उन्हें तीसरे टेस्ट मैच के लिए बैन कर दिया गया था। गौर करने वाली बात यह भी है कि हाल के समय में बॉल टैंपरिंग के मामले काफी सामने आए हैं। ऑस्ट्रेलिया टीम के दक्षिण अफ्रीका के दौरे के समय स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बैनक्राफ्ट पर गेंद से छेड़छाड़ करने के कारण प्रतिबंध लगा था। हालांकि अब देखना होगा कि क्या नए नियमों के आने के बाद ऐसी घटनाओं पर रोक लगती है या नहीं?