हाल ही में दक्षिण अफ्रीका और भारत (SA vs IND) के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला गया। इस मुकाबले में तेज गेंदबाजों का बोलबाला देखने को मिला और पहले ही दिन 23 विकेट गिर गए। इसके बाद अगले दिन भी 10 विकेट गिरे और मुकाबला भारत ने जीता। इस तरह यह टेस्ट मैच सिर्फ दो दिनों के अंदर खत्म हो गया और गेंदों के लिहाज से सबसे छोटा टेस्ट भी रहा था। इतनी जल्दी मुकाबले के खत्म होने से पिच को लेकर काफी चर्चा हुई और अब आईसीसी ने भी केपटाउन टेस्ट की पिच को असंतुष्ट (Unsatisfactory) करार दिया है और वेन्यू के खाते में एक डिमेरिट अंक भी जुड़ गया है।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड के सामने पिच को लेकर असंतोष व्यक्त किया। इसके बाद मैच रेफरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि दोनों कप्तानों को लगता है कि पिच स्तर से नीचे थी। ब्रॉड ने कहा,
न्यूलैंड्स की पिच पर बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल था, पूरे मैच के दौरान गेंद तेजी से और कभी-कभी खतरनाक तरीके से उछलती थी, जिससे शॉट खेलना मुश्किल हो जाता था। कई बल्लेबाजों को ग्लव्स पर गेंद लगी और अजीब उछाल के कारण कई विकेट भी गिरे।
गौरतलब हो कि आईसीसी की निगरानी प्रक्रिया के तहत पिचों और आउटफील्ड को बहुत अच्छा, संतोषजनक, असंतोषजनक या अनफिट करार दिया जा सकता है। असंतोषजनक रेटिंग के लिए वेन्यू को एक डिमेरिट अंक दिया जाता है, और अनफिट रेटिंग के लिए तीन डिमेरिट अंक दिए जाते हैं।
डिमेरिट अंक लगातार पांच साल की अवधि तक सक्रिय रहते हैं। यदि किसी वेन्यू के छह डिमेरिट अंक हो जाते हैं, तो उसे 12 महीने की अवधि के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है, और यदि वह 12 डिमेरिट अंकों की सीमा तक पहुंच जाता है तो उसे 24 महीने के लिए निलंबित कर दिया जाता है।