आईसीसी (ICC) बोर्ड ने शुक्रवार, 10 नवंबर को एक बड़ा फैसला लेते हुए श्रीलंका क्रिकेट (SLC) की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किये जाने की घोषणा की। आईसीसी ने इस फैसले के लिए श्रीलंकाई क्रिकेट में राजनीतिक हस्तक्षेप को जिम्मेदार ठहराया। वर्ल्ड कप 2023 में टीम के सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने के बाद से ही मौजूदा बोर्ड को बर्खास्त किये जाने की सरकार द्वारा तैयारी की जा रही थी और संसद में भी सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हो गया था।
सरकारी हस्तक्षेप के कारण 2019 में जिम्बाब्वे क्रिकेट को सस्पेंड किए जाने के बाद श्रीलंका क्रिकेट चार वर्षों में आईसीसी द्वारा सस्पेंड होने वाला दूसरा पूर्ण सदस्य है। हालांकि, जिम्बाब्वे में आईसीसी ने सभी तरह की क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी और फंडिंग भी रोक दी थी लेकिन अभी श्रीलंका को लेकर ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है और उसे केवल सस्पेंड किया गया है।
आईसीसी ने एक मीडिया रिलीज के माध्यम से श्रीलंका क्रिकेट की सदस्यता को सस्पेंड किये जाने की जानकारी दी। आईसीसी ने कहा,
आईसीसी बोर्ड ने आज मीटिंग की और निर्णय लिया कि श्रीलंका क्रिकेट एक सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है, विशेष रूप से, अपने मामलों को खुद से प्रबंधित करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि शासन, विनियमन और/या श्रीलंका के क्रिकेट प्रशासन में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।
हालाँकि, यह सस्पेंशन किस तरह का होगा, अभी तक इसको लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। रिलीज में बताया गया कि सस्पेंशन की शर्तों पर आईसीसी बोर्ड उचित समय पर फैसला करेगा।
श्रीलंकाई टीम का वर्ल्ड कप में रहा बेहद खराब प्रदर्शन
भारत में खेले जा रहे वर्ल्ड कप 2023 में श्रीलंका टीम का सफर लीग स्टेज से ही समाप्त हो गया। नियमित कप्तान दासुन शनाका और कार्यवाहक कप्तान कुसल मेंडिस की लीडरशिप में टीम ने अपने नौ में से सिर्फ दो मुकाबलों में जीत हासिल की और सिर्फ 4 अंक ही अर्जित किये। टूर्नामेंट में टीम को शुरूआती तीन मुकाबलों में हार मिली थी लेकिन उसके बाद दो मुकाबले लगातार जीतकर वापसी की उम्मीद जगाई थी। हालाँकि, ऐसा नहीं हुआ और श्रीलंका को अपने आखिरी चार मुकाबलों में भी हार मिली, जिसमें भारत के खिलाफ 302 रनों की करारी हार भी शामिल है।
श्रीलंका के 2025 में खेले जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई करने पर भी खतरा मंडरा रहा है। इस टूर्नामेंट में वर्ल्ड कप में मेजबान पाकिस्तान के अलावा अन्य सात टीमों को खेलने का मौका मिलेगा। इसके लिए वर्ल्ड कप की अंकतालिका में टॉप 8 में जगह बनाना जरूरी है। ऐसे में श्रीलंका का क्वालिफिकेशन बांग्लादेश और इंग्लैंड के नतीजों पर भी निर्भर करेगा।