#2 मिडिल क्रम का नियमित न होना
विश्व कप की दृष्टि से अभी तक भारत को मिडिल क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए सही खिलाड़ियों का पता नहीं लगा है। रन बनाने के मामले में पूरी भारतीय टीम अपने टॉप चार बल्लेबाजों के ऊपर निर्भर हो जाती है, जो सही नहीं है। यदि भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर नाकाम हो जाता है, तब मिडल ऑर्डर के बल्लेबाजों को रन जुटाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
2016 से भारत के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया,जिस कारण भारत ने अनेकों मुकाबलों में जीत दर्ज की है। किंतु कुछ मुकाबले ऐसे भी देखने को मिले जब लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बॉर्डर नाकाम होने पर, मिडल ऑर्डर के बल्लेबाज उस मुकाबले को जीतने में नाकाम रहे। मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों को टॉप ऑर्डर की तुलना में काफी कम गेंदे खेलने का अनुभव होता है, ऐसे में एक अच्छे बल्लेबाज को तीव्र गति से रन बनाने के साथ-साथ मैदान में टिक कर खेलने की प्रतिभा होनी चाहिए।