क्रिकेट का महाकुंभ कहा जाने वाला विश्व कप 30 मई से इंग्लैंड में खेला जाएगा, जिसमें भारत समेत 10 टीमें हिस्सा लेने वाले हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई की चयन समिति 15 अप्रैल को भारतीय टीम की घोषणा करने वाली है। हालांकि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले भी साफ कर चुके हैं कि टीम लगभग घोषित हो चुकी है। लेकिन इस टीम में चयन के लिए जो चर्चा का विषय जो हो सकता है, वह है भारत के दिग्गज ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा।
रविंद्र जडेजा पहले भारतीय टीम के नियमित सदस्य हुआ करते थे लेकिन जब से कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल टीम में आये हैं तब से जडेजा टीम से अंदर और बाहर होते रहते हैं। भारतीय टीम में ऑलराउंडर के तौर पर हार्दिक पांड्या और विजय शंकर टीम में अपनी जगह लगभग तय कर चुके हैं जिसके बाद से रविंद्र जडेजा के लिए टीम में वापसी की उम्मीदें कम हो चुकी है।
आज हम बात करेंगे उन 3 कारणों के बारे में जिससे यह साबित होता है कि विश्व कप के लिए भारतीय टीम में रविंद्र जडेजा को मौका मिल सकता है।
#3. टीम में संतुलन की स्थिति:
रविंद्र जडेजा की टीम में उपस्थिति से टीम में संतुलन की स्थिति उत्पन्न होती है। वे एक अच्छे ऑलराउंडर हैं जो अच्छी और तेज बल्लेबाजी कर सकते हैं और साथ ही विदेशी पिचों पर भी वे विकेट लेने में माहिर है। इसका उदाहरण 2013 में खेला गया आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी है, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने 5 मैचों में सर्वाधिक 12 विकेट चटकाए थे। इसके अलावा बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 2 पारियों में 80 रन बनाए थे, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 47* था।
रविंद्र जडेजा तेजी से ओवर खत्म करते हैं जिससे बल्लेबाजों को सेट होने में समस्या होती है। इस बार का विश्व कप राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला जाएगा। जिसमें एक टीम 9 मैच खेलेगी और रविंद्र जडेजा बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। इसीलिए उनको विश्वकप के लिए भारतीय टीम में मौका मिल सकता है।
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#2. जडेजा की शानदार फील्डिंग:
विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी सहित क्रिकेट जगत के कई दिग्गज रविंद्र जडेजा की फील्डिंग और डाइरेक्ट हिट की हमेशा तारीफ करते हैं। अगर रविंद्र जडेजा को टीम में मौका मिलता है तो फील्डिंग पक्ष भी मजबूत होगा। रविंद्र जडेजा अच्छे ऑलराउंडर में साथ-साथ एक शानदार फील्डर भी हैं। वे अपनी फील्डिंग की बदौलत टीम के लिए 20-25 रन तो बचा ही लेते हैं। वनडे मैचों में 20-25 रन से हार-जीत तय होता है। इस समय भारतीय टीम में जडेजा से बेहतर फील्डर कोई नहीं है क्योंकि वे अक्सर डाइरेक्ट हिट भी मारते हैं, जिससे बल्लेबाजों को भी खतरा रहता है। जडेजा के डाइरेक्ट हिट से कई बार बल्लेबाजों को पवेलियन लौटना पड़ जाता है। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने एक डाइरेक्ट हिट किया था, जिसमें उस्मान ख्वाजा को पवेलियन वापस लौटना पड़ा था।
#3. इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन:
रविंद्र जडेजा का इंग्लैंड में प्रदर्शन शानदार रहा है। वह आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2013 में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे, जिसमें भारत विजयी हुआ था। जडेजा ने उस टूर्नामेंट में 12.83 की औसत के साथ 12 विकेट लिए थे और उनकी इकॉनमी सिर्फ 3.75 की थी। साथ ही साथ उन्होंने बल्ले से भी उपयोगी योगदान दिया था।
पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के 5वें मैच में जब वापसी की तो उन्होंने पहली पारी में 4 विकेट लिए थे और 86 रन भी बनाए थे जबकि दूसरी पारी में 3 विकेट लिए थे और 13 रन बनाए थे। इनके इस शानदार प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय चयन समिति उन्हें टीम में मौका दे सकती है। इंग्लैंड में विश्व कप के दौरान गर्मी का मौसम होगा। ऐसे में वहां स्पिनर्स बड़ी भूमिका निभाएंगे जिसके लिए रविंद्र जडेजा सबसे उपयोगी साबित हो सकते हैं।