भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज (IND vs ENG) का समापन धर्मशाला में हुआ। सीरीज में भारतीय टीम ने जबरदस्त खेल दिखाया और 4-1 के अंतर से विजयी रही, जिसमें युवा ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की अहम भूमिका रही। जायसवाल ने इंग्लिश गेंदबाजों के खिलाफ जमकर रन बरसाए और सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। इस बल्लेबाज को अपने जबरदस्त प्रदर्शन के कारण प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया।
पिछले साल वेस्टइंडीज में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले यशस्वी जायसवाल पर दक्षिण अफ्रीका में निराशाजनक प्रदर्शन करने के बाद, इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में अच्छा करने का दबाव था। उन्होंने हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में अर्धशतक जड़कर सीरीज में अच्छी शुरुआत की और इसके बाद अगले दो मुकाबलों में दोहरे शतक जमाये। चौथे और पांचवें मैच में भी बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अर्धशतकीय पारियां खेली और भारत की तरफ से एक टेस्ट सीरीज में 700 से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने।
प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवार्ड लेने के बाद, यशस्वी जायसवाल ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर बात की। उन्होंने कहा,
मैंने वास्तव में सीरीज का आनंद लिया, जिस तरह से मैंने पूरी सीरीज में खेला, उससे खुश हूं। मैं बस सोच रहा था कि अगर मैं किसी गेंदबाज पर हावी हो सकता हूं, तो मैं उस पर आक्रमण करूंगा और यही योजना है एवं पीछे नहीं हटना है। एक बार में एक मैच लेने की कोशिश करता हूं और हमेशा सोचता हूं कि मैं अपनी टीम के लिए कैसे योगदान दे सकता हूं ताकि मैं टीम को जीत की स्थिति में रख सकूं।
आपको बता दें कि यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी बना दिया और इस मामले में विराट कोहली (655) को पीछे छोड़ा। जायसवाल ने सीरीज में खेली 9 पारियों में 89 की जबरदस्त औसत से 712 रन बनाये।