दिग्गज भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 के लिए किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था। पुजारा को IPL में नहीं खरीदे जाने का दुख नहीं है और उनके लिए यह एक वरदान साबित हुआ है। श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए पुजारा को नहीं चुना गया था और ऐसा लग रहा था कि उनका टेस्ट करियर समाप्त हो चुका है। हालांकि, पुजारा ने काउंटी चैंपियनशिप में रनों की बरसात करते हुए भारतीय टीम में वापसी कर ली है।
भारतीय टीम में वापसी के बाद पुजारा ने कहा है कि IPL में नहीं खेलना उनके लिए वरदान साबित हुआ है। पुजारा का मानना है कि यदि उन्हें किसी टीम ने खरीद भी लिया होता तो भी उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिलता। पुजारा ने कहा,
यदि मुझे किसी IPL टीम ने खरीद भी लिया होता तो भी इस बात की अधिक उम्मीद थी कि मुझे एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिलता। मैं केवल नेट्स में जाकर प्रैक्टिस करता। नेट्स में प्रैक्टिस करना और मैच खेलने में काफी अंतर होता है। यही कारण था कि मैंने काउंटी के लिए हां बोला था। मैंने काउंटी को इसलिए हां बोला था क्योंकि मैं अपनी पुरानी लय को वापस हासिल करना चाहता था।
टीम इंडिया में वापसी के लिए पॉजिटिव थे पुजारा
काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन टू में खेलते हुए पुजारा ने पांच मैचों में 120 की औसत के साथ 720 रन बनाए जिसमें दो दोहरे शतक शामिल थे। इसके अलावा पुजारा ने एक 170 रनों की पारी भी खेली थी। अब उन्होंने कहा है कि भारतीय टीम में वापसी के लिए वह पॉजिटिव थे। पुजारा ने कहा,
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि वापसी के लिए मैं पॉजिटिव था। जिस तरह से काउंटी में मैंने प्रदर्शन किया था उसके बाद मुझे उम्मीद थी कि मैं भारतीय टीम में वापसी करूंगा। हालांकि, जब मैं काउंटी खेलने के लिए गया था जब मेरे दिमाग में भारतीय टीम में वापसी की बात नहीं चल रही थी। मैं केवल बड़ी पारियां खेलकर अपनी लय हासिल करना चाहता था।