भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से एकदिवसीय सीरीज हारने के बाद ने साफ तौर पर कहा कि भारत शिखर धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली के ऊपर ज्यादा निर्भर है। इसके अलावा उनका मानना है कि अगर महेंद्र सिंह धोनी को 2019 का विश्वकप खेलना है, तो उन्हें अपने खेल में बदलाव लाना होगा। गांगुली ने मैच के बाद आधिकारिक ब्रॉडकास्टर्स के साथ बातचीत में कहा, "धोनी को अगर खेलते रहना है, तो उन्हें उस स्थिति में आना होगा, जहां से वो लगातार बड़े शॉट खेल पाए। इस समय धोनी काफी संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। वो भारतीय टीम के महानतम खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन काफी समय से वो छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं। निश्चित ही उन्हें अपने खेल में बदलाव लाना होगा।" पहले लॉर्ड्स और फिर लीड्स में हुए वनडे मुकाबले में धोनी ने काफी धीमी बल्लेबाजी की, जिसके कारण उनकी काफी आलोचना हो रही है। यहां तक कि लॉर्ड्स के मैदान में भारतीय फैंस ने धोनी को बू तक किया था। इससे पहले गौतम गंभीर ने कहा था कि धोनी की बल्लेबाजी में शुरुआत से डॉट बॉल ज्यादा रहती है इसके बाद साथी खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ता है। 2019 विश्वकप को देखते ही धोनी भारतीय टीम का अहम हिस्सा होने वाले हैं। वो न सिर्फ बल्ले और कीपिंग के साथ टीम में अपना योगदान देते हैं, बल्कि उनका अनुभव भी टीम के काफी काम आता है। यहां तक कि विराट कोहली भी मैदान में धोनी से सलाह लेते रहते हैं। भारतीय टीम इस बात की उम्मीद कर रही होगी कि धोनी जल्द ही लय में आए। गांगुली ने इसके अलावा सुरेश रैना की भी आलोचना की और उनका मानना है कि रैना से बेहतर खिलाड़ी टीम में मौजूद हैं और अब समय आ गया है कि टीम अब उनसे आगे सोचना शुरू करना होगा।