पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) के सलामी बल्लेबाज इमाम उल हक (Imam-ul-Haq) ने खुद की आलोचनाओं को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि बाहर लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं इस पर वो ध्यान ही नहीं देते हैं। वो बस अपने कोच, कप्तान और टीम मैनेजमेंट की सुनते हैं।
इमाम उल हक के मुताबिक वो अच्छा प्रदर्शन करें या खराब प्रदर्शन करें उनकी आलोचना तो होनी ही है। इसीलिए अब वो इस पर ध्यान ही नहीं देते हैं कि कौन उनके बारे में क्या कह रहा है। वो बस अपने प्रदर्शन की तरफ ध्यान देते हैं और उस पर ही उनका फोकस रहता है।
मेरा ध्यान सिर्फ अपने परफॉर्मेंस पर रहता है - इमाम उल हक
इमाम उल हक ने मीडिया से बातचीत के दौरान खुद की आलोचना को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा,
टीम में मेरी पोजिशन सेटल है या नहीं, मैं अच्छा प्रदर्शन करूं या ना करूं मेरी आलोचना हमेशा होगी। पाकिस्तान की तरफ से मुझे खेलते हुए लगभग पांच साल हो गए हैं और इस दौरान मैं 60 मुकाबले खेल चुका हूं लेकिन इसके बावजूद मेरी आलोचना होती है लेकिन मैं दुखी नहीं हूं क्योंकि ये मेरे लिए काफी नॉर्मल है। मेरा काम रन बनाना है और मेरी पारी के आधार पर ही मेरा आंकलन होना चाहिए। मेरे लिए मेरे कप्तान, मेरे कोच और थिंक-टैंक ज्यादा अहम हैं। वो मुझसे क्या चाहते हैं, उनकी क्या उम्मीदें हैं मेरा फोकस उस पर रहता है।
आपको बता दें कि इमाम उल हक ने रावलपिंडी टेस्ट मैच की पिच का भी बचाव किया है और कहा है कि जब ऑस्ट्रेलिया अपने होम कंडीशंस में हमारे हिसाब से पिच नहीं बनाती है तो हम क्यों उनके स्ट्रेंथ के हिसाब से पिच तैयार करें। इमाम उल हक ने इस टेस्ट मैच की दोनों ही पारियों में शतक लगाया था।