रविवार को इंदौर में खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल (IND vs AFG) में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को भारतीय क्रिकेट टीम के हाथों 6 विकेट से हार झेलनी पड़ी और सीरीज जीतने की संभावना भी ख़त्म कर दी। इस हार से अफगानिस्तान के कप्तान इब्राहिम जादरान (Ibrahim Zadran) काफी निराश नजर आये और उन्होंने अपनी टीम के बल्लेबाजों को दोषी ठहराया, जो गुलबदीन नैब (Gulbadin Naib) का साथ देने में असफल रहे, जिन्होंने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली।
अनुभवी गुलबदीन को बल्लेबाजी में प्रमोट किया गया था और उन्हें रहमानुल्लाह गुरबाज के सस्ते में आउट होने के बाद, नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। गुलबदीन ने शुरुआत से ही आक्रामक रूख अपनाया और भारतीय गेंदबाजों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने 28 गेंदों में नौ साल बाद अपना दूसरा टी20 इंटरनेशनल अर्धशतक लगाया और 35 गेंदों में 57 रनों की पारी खेली। उनकी बल्लेबाजी के कारण ही अफगानिस्तान ने पावरप्ले में दो विकेट गंवाने के बावजूद 58 रन बनाये।
हालाँकि, इसके बाद अन्य बल्लेबाज उम्मीद के मुताबिक योगदान नहीं दे पाए, जिसकी वजह से टीम ने 200 के स्कोर के पास पहुँचने का मौका गंवा दिया। नजीबुल्लाह जादरान (23), करीम जनत (20) और मुजीब उर रहमान (21) की तिकड़ी ने अफगानिस्तान को 200 रन के पार पहुंचाने का प्रयास किया लेकिन टीम 172 का ही स्कोर बना पाई।
मुकाबले के बाद, इब्राहिम जादरान ने कहा कि हम कुछ रन पीछे रह गए। हमने अच्छी शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद ज्यादा अच्छा नहीं कर पाए। कभी हम पावरप्ले में अच्छा खेलते हैं, कभी बीच में और कभी डेथ ओवरों में। हमें पूरे टूर्नामेंट में लय हासिल करने की जरूरत है और अच्छे टी20 वर्ल्ड कप के लिए गलतियां नहीं दोहरानी होंगी।
जादरान ने आगे गुलबदीन नैब की सराहना की और उनको लेकर कहा कि गुलबदीन टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं, उन्होंने अफगानिस्तान के लिए काफी क्रिकेट खेली है। हमने उन पर भरोसा किया और मैच से पहले उनसे कहा कि आप उस स्थिति में ऐसा कर सकते हो। जब उन्होंने पावरप्ले में कुछ शॉट खेले तो हम चाहते थे कि वह अपनी इस लय को पूरी पारी में बरकरार रखें।
गौरतलब हो कि 173 के लक्ष्य को भारत ने आसानी के साथ 16वें ओवर में ही 4 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। यशस्वी जायसवाल ने 34 गेंदों में पांच चौके और छह छक्के की मदद से 68 रनों की पारी खेली, वहीं, शिवम दुबे ने 32 गेंदों में नाबाद 63 रन बनाये, जिसमें पांच चौके और चार छक्के शामिल रहे। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 92 रन जोड़े, जिससे टीम को सीरीज में अजेय बढ़त लेने में कामयाबी हासिल हुई।