पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के एश्टन एगर (Ashton Agar) के प्रति खराब बर्ताव की जमकर आलोचना की है। ऑस्ट्रेलियाई टीम मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) में 0-2 से पिछड़ रही है।
कंगारू टीम को नागपुर में भारत के हाथों एक पारी और 132 रन की शिकस्त मिली। इसके बाद नई दिल्ली में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से मात दी। ऑस्ट्रेलिया ने इन दोनों टेस्ट में बाएं हाथ के स्पिनर एश्टन एगर को खेलने का मौका नहीं दिया।
गिलक्रिस्ट ने एसईएन रेडियो पर बातचीत करते हुए एगर के प्रति ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रबंधन के बर्ताव की जमकर आलोचना की है। गिली ने कहा, 'ऐसी चर्चा है कि एगर घर लौटेंगे क्योंकि उन्हें शायद महससू हुआ कि वो भारत में जरुरत के मुताबिक टीम पर बोझ हैं। मैं बिना कैंप में रहे और टीम की चीजों को देखते हुए समझ सकता हूं कि क्यों उन्हें नहीं चुना गया। मगर यह बड़ी बेइज्जती है क्योंकि आप दौरे पर रहते हैं और लगातार किनारे किए जा रहे हैं जबकि आपको टीम में चुना गया है। एक्सट्रीम स्थिति न हो तो आमतौर पर ऐसे खिलाड़ी को मौका दिया जाता है, जो पहले से स्क्वाड का हिस्सा हैं। तो मेरे ख्याल में यह एश्टन एगर के लिए बड़ा झटका है। मैंने एगर से बातचीत नहीं की है, लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि वो क्या करेंगे।'
एडम गिलक्रिस्ट ने तीसरे टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग 11 में कुछ बदलाव की सलाह भी दी है। गिली का मानना है कि मैट रेनशॉ को आगामी मैचों में प्लेइंग 11 से ड्रॉप किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'अगर स्थितियां रही तो तीन स्पिनर्स को आजमाया जा सकता है। ग्रीन की वापसी से टीम में अच्छा संतुलन बनेगा। ऐसा लगता है कि मैट रेनशॉ को टीम से बाहर किया जाएगा क्योंकि वो लय में नहीं लगे, टीम में उनकी जगह नहीं बनती है।'
याद दिला दें कि एश्टन एगर को चार विशेषज्ञ स्पिनर्स में से एक के रूप में चुना गया था। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि एगर भारत की स्पिनरों के लिए मददगार पिच पर नाथन लियोन का साथ देंगे। मगर उन्हें मौका ही नहीं मिला।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट में टॉड मर्फी को डेब्यू दिया, जिन्होंने प्रभावित करके सात विकेट लिए। फिर मैथ्यू कुहनेमन को ऑस्ट्रेलिया से बुलाकर डेब्यू करा दिया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तीसरे टेस्ट में एश्टन एगर को मौका मिलेगा या नहीं।