22 सितम्बर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही वनडे सीरीज में सभी की नजरें रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) और वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) पर रहने वाली हैं। इन दोनों ऑफ स्पिनर को बाएं हाथ के ऑलराउंडर अक्षर पटेल के बैकअप के रूप में रखा गया है, जो एशिया कप 2023 के दौरान चोटिल हो गए थे। वर्ल्ड कप में अगर अक्षर पटेल नहीं खेल पाते हैं, तो भारत अश्विन और सुंदर में से किसी एक को मौका दे सकता है। इसी वजह से ऑस्ट्रेलिया सीरीज इन दोनों के लिए काफी अहम हो गई है।
हालाँकि, कई जानकार रविचंद्रन अश्विन के अचानक से वनडे की योजनाओं में वापस आने पर ऐतराज जता रहे हैं। वहीं अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा का मानना है कि भारत बैकअप के रूप में अश्विन को रखना चाहता है, ताकि चोटिल होने पर उन्हें शामिल किया जा सके।
जियो सिनेमा पर चर्चा के दौरान अश्विन की वापसी को लेकर अमित मिश्रा ने कहा,
अश्विन निश्चित रूप से एक क्वालिटी वाले और विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, लेकिन आपको समझना होगा कि यह 20 ओवर का मैच नहीं है। यह 50 ओवर का है। उन्हें चुने जाने का एकमात्र कारण यह है कि अगर कोई स्पिनर चोटिल हो जाता है, तो टीम के पास विकेट लेने का विकल्प होना चाहिए, जो अश्विन के रूप में है। अश्विन ऑफ स्पिनर के विकल्प की रेस में आगे हैं, क्योंकि भारत के पास पहले से ही दो बाएं हाथ के स्पिनर और कुलदीप यादव के रूप में एक कलाई का स्पिनर है।
अश्विन के लिए 50 ओवर के मैच में फील्डिंग करना बड़ी चुनौती होगी - अमित मिश्रा
रविचंद्रन अश्विन ने अपना पिछला वनडे जनवरी, 2022 में खेला था और इसके बाद से ही उन्हें 50 ओवर के फॉर्मेट में मौका नहीं मिला। अमित मिश्रा का मानना है कि अश्विन को शायद उनकी फील्डिंग की वजह से ही मौका नहीं दिया गया, क्योंकि इस फॉर्मेट में उनके लिए फील्डिंग करना बड़ी चुनौती है और इसी वजह से वॉशिंगटन सुंदर थोड़ा आगे हैं। उन्होंने कहा,
भारतीय टीम यह देखेगी कि अश्विन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैसी गेंदबाजी करेंगे और यह आंकलन भी करेंगे कि क्या उनके पास अभी भी इस प्रारूप में विकेट लेने की क्षमता है। उनके टीम में नहीं होने का एकमात्र कारण उनकी फील्डिंग और दाएं हाथ का बल्लेबाज होना है। जडेजा और अक्षर दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वॉशिंगटन एक युवा खिलाड़ी हैं और उन्होंने बल्लेबाजी विकल्प होने के अलावा विकेट लेने की क्षमता भी दिखाई है। इसके अलावा, वह फील्डिंग में भी अंतर लाते हैं, जो वनडे मैचों में काफी महत्व रखता है।