इंदौर में खेला जा रहा दूसरा टेस्ट (IND vs AUS) भारत की पकड़ से लगभग निकल चुका है। तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को छोटे टारगेट को पाने से रोकने के लिए भारत को चमत्कारिक प्रदर्शन की जरूरत होगी। दूसरे दिन भारत की दूसरी पारी को ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लायन धराशाई कर दिया। लायन के 8/64 के स्पेल के आगे भारतीय टीम 163 रन ही बना पाई। पहली पारी की 88 रनों की बढ़त के कारण ऑस्ट्रेलिया को तीसरे दिन मुकाबला अपने नाम करने के लिए 76 रन बनाने होंगे। भारत के लिए आज एकमात्र सफल बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) रहे, जिन्होंने मुश्किल समय में डटकर बल्लेबाजी की और अपने करियर का 35वां अर्धशतक जमाया। पुजारा ने स्वीकार किया कि लक्ष्य कम है और इस पिच पर बल्लेबाजी आसान नहीं है।
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने वह स्कोर से निराश हैं लेकिन उम्मीद करेंगे कि टीम किसी तरह मुकाबला अपने पक्ष में कर लेगी। दूसरे दिन के खेल के बाद, ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए चेतेश्वर पुजारा ने कहा,
यह बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच है। यह आसान नहीं है, आपको अपने डिफेंस पर भरोसा करने की जरूरत है, आगे खेलने के लिए आपको गेंद तक पहुँचने की जरूरत है, वहीं छोटी गेंद को बैकफुट पर खेलें। 75 रन बहुत अधिक नहीं हैं, लेकिन एक मौका है।
चेतेश्वर पुजारा ने बताई अपनी बल्लेबाजी की योजना
उन्होंने आगे अपनी बल्लेबाजी योजना को लेकर कहा,
ऐसी पिचों पर अगर आप डिफेंड करना जारी रखते हैं तो एक गेंद उछलकर आपके ग्लव पर भी लग सकती है, आपको आक्रमण और डिफेंस के बीच सही संतुलन खोजने की जरूरत है। जब भी मुझे ढीली डिलीवरी मिली, मैंने इसे दूर रखने की कोशिश की। जब उन्होंने (लायन) राउंड द विकेट गेंदबाजी की, तो उनकी लाइन थोड़ी बदल गई, वह ऑफ-स्टंप के बजाय मध्य और लेग स्टंप लाइन पर गेंदबाजी कर रहे थे, मैं सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करना चाहता था। मैं इसे स्क्वायर लेग पर मारना चाहता था लेकिन पिच के धीमे होने के कारण गेंद लेग स्लिप पर गई। यह स्मिथ का शानदार कैच था।
चेतेश्वर पुजारा ने अपनी पारी के दौरान एक बड़ा छक्का भी लगाया। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में कुछ नए शॉट शामिल करने के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा,
मैं कुछ और शॉट सीख रहा हूं और अगर कोई स्थिति या मांग है तो आप तेजी से रन बनाते हैं, मैं उस पर काम कर रहा हूं और मुझे विश्वास है कि जब भी इसकी जरूरत होगी मैं बड़ा शॉट खेल सकता हूं।
पुजारा ने अपनी पारी में 142 गेंदों के सामना किया। इस दौरान उनके बल्ले से पांच चौके और एक छक्का देखने को मिला।