भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2023) के तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय पारी महज 109 रन पर ढेर हो गई। इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स के सामने भारतीय बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए। किसी ने सोचा नहीं था कि भारत की पहली पारी इतने कम स्कोर पर सिमट जाएगी। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी मार्क वॉ (Mark Wough) ने इंदौर पिच की कड़े शब्दों में आलोचलना की है। वॉ ने कहा कि होल्कर स्टेडियम की पिच टेस्ट मैच के मानकों के अनुरूप नहीं थी, क्योंकि इसने अब तक स्पिनरों को सबसे अधिक टर्न दिया है।
इससे पहले नागपुर और दिल्ली में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले और दूसरे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीन दिनों के भीतर हरा दिया था। तीसरे टेस्ट में बुधवार, 1 मार्च को रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन यह निर्णय उनके लिए सही साबित नहीं हुआ। ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर्स ने पहले दिन 10 में से 9 भारतीय बल्लेबाजों को आउट किया।
मैथ्यू कुहनेमन ने 5 विकेट चटकाए। बाएं हाथ के इस स्पिनर ने गेंद को टर्न कराया और भारतीय बल्लेबाजों को काफी तंग किया। नागपुर की मुश्किल पिच पर शतक के साथ सीरीज की शुरुआत करने वाले रोहित शर्मा (12) ने जल्द ही विकेट गंवा दिया। वहीं, सीरीज का पहला मैच खेल रहे शुभमन गिल (21) अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन वह भी टर्न हो रही गेंद का शिकार बने। जबकि चेतेश्वर पुजारा ऑफ स्टंप्स के बाहर से तेजी से टर्न होकर अंदर आती गेंद पर बोल्ड हो गए।
मार्क वॉ ने फॉक्स स्पोर्ट्स से कहा,
"यह तबाही थी। पिच टेस्ट मैच के स्तर की नहीं थी, मुझे लगता है कि यह कहना उचित है। टेस्ट मैच के पहले 20 मिनट में ही गेंदों से ऊपरी सतह उखड़ रही थी, जो अच्छा नहीं है।"
भारत के शीर्ष स्कोरर विराट कोहली थे, जो 22 रन बनाकर टॉड मर्फी की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए। भारत का यह स्कोर (109) घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका चौथा सबसे कम स्कोर था।
ऑस्ट्रेलिया ने अपना सबक सीखा - मार्क वॉ
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया ने उस्मान ख्वाजा के शानदार 60 रन की मदद से स्टंप्स तक स्कोर 4 विकेट पर 156 रन तक पहुंचा दिया। मेहमान टीम ने 47 रनों की बढ़त ले ली। पहले दिन 14 विकेट गिरे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्पिन खिलाड़ी संयम से खेलते नजर आये। वॉ ने कहा,
"उन्होंने बहुत सीधा खेला है, उन्होंने मुश्किल से स्वीप शॉट खेला। अच्छी, स्मार्ट बल्लेबाजी। उन्होंने शायद उन पहले दो टेस्ट मैचों से कुछ सबक सीखे हैं।"