भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2023) के शुरूआती दो टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australia Cricket Team) को हार का सामना करना पड़ा है। इस दौरान कंगारू बल्लेबाज भारतीय पिचों पर स्पिनर्स के सामने काफी संघर्ष करते दिखे। ऑस्ट्रेलिया की टीम नागपुर में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में एक सत्र में ही ढेर हो गई जबकि दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट में एक ही सत्र में नौ विकेट गंवा दिए। वहीं, अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) ने कंगारू टीम के बल्लेबाजी संकट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल, माइकल क्लार्क इस सीरीज के दौरान टीम मैनेजमेंट को मार्क वॉ और मैथ्यू हेडन से मदद नहीं लेते देखकर हैरान हैं। क्लार्क ने दिल्ली में हर गेंद को स्वीप करने के ऑस्ट्रेलिया के दृष्टिकोण की आलोचना की और मैनेजमेंट से खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने के लिए हेडन और वॉ से मदद लेने को कहा। दिल्ली टेस्ट के तीसरे दिन के पहले सत्र में 6 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भारतीय स्पिनरों के खिलाफ स्वीप या रिवर्स स्वीप के प्रयास में अपना विकेट गंवा दिया, जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गई।
क्लार्क ने कहा, “मैथ्यू हेडन और मार्क वॉ दोनों कमेंटेटर के रूप में भारत में हैं। अगर मैं ऑस्ट्रेलियाई खेमे में होता, तो मैं चाहता कि ये दोनों लोग हर दिन नेट्स पर टीम के साथ रहें। अगर वे पैसा चाहते हैं तो उन्हें दे दें। यहां तक कि हेडन, जो स्वीप का इस्तेमाल करने में माहिर हैं, कमेंट्री में कह रहे हैं कि आप हर गेंद पर सिर्फ स्वीप नहीं कर सकते या हर गेंद पर रिवर्स स्वीप नहीं खेल सकते। वो यह जानते हैं। आप इन शॉट्स को तब खेल सकते हैं जब आप 80 रन पर नॉट आउट हों, तब नहीं जब आप 8 पर होते हैं। टीम मैनेजमेंट इन खिलाड़ियों का उपयोग क्यों नहीं कर सकता? वे हेडन के अनुभव का लाभ क्यों नहीं उठा सकते?''
"भारत ने घरेलू फायदे का इस्तेमाल किया है और यह बिल्कुल सही है" - माइकल क्लार्क
41 वर्षीय क्लार्क ने इस टेस्ट सीरीज के दौरान भारतीय पिचों की आलोचना करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और पूर्व क्रिकेटरों को भी खरी-खोटी सुनाई है। क्लार्क ने कहा, "जब आप भारत जा रहे हैं तो आप पूरी तरह से जानते हैं कि आप किसके खिलाफ हैं। आप जानते हैं कि आपको किस तरह की पिचें मिलेंगी और मैं आपको साफ-साफ बता दूं- भारत ने इस तरह के विकेट बनाकर बिल्कुल सही काम किया है। वे होशियार हो गए हैं। उन्होंने घरेलू फायदे का इस्तेमाल किया है और ऐसा करने में वे बिल्कुल सही हैं।"
उन्होंने कहा, "जब कोई टीम ऑस्ट्रेलिया आती है, तो हम हमेशा उनके खिलाफ गाबा से शुरू करना चाहते हैं। हम गति और उछाल से उन्हें परेशान करना चाहते हैं। हम जानते हैं कि घरेलू लाभ का उपयोग करने का यह सबसे अच्छा तरीका है। अगर यह गलत नहीं है तो भारत ने जो कि वह भी गलत नहीं हो सकता। यह गलत नहीं है। दूसरा, अश्विन और जडेजा उतने ही अच्छे हैं जितने कि आप इन परिस्थितियों में विश्व क्रिकेट में कभी भी पा सकते हैं। वे आधुनिक खेल के दो महान खिलाड़ी हैं। आपको उन्हें वह सम्मान देना होगा जिसके वे हकदार हैं और इसके लिए आपको अच्छी तैयारी करने और स्मार्ट तैयारी करने की जरूरत है। जो कि ऑस्ट्रेलिया ने नहीं की है।”
बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट बुधवार 1 मार्च से इंदौर में शुरू होगा। पैट कमिंस अपनी बीमार मां का ख्याल रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया वापस चले गए हैं। उनकी अनुपस्थिति में स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व करेंगे।