भारतीय टीम (India Cricket team) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने संकेत दिए है कि फिट होकर लौटे श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए सीधे प्लेइंग 11 में जगह मिलेगी। द्रविड़ ने कहा कि अगर टीम प्रबंधन को महसूस हुआ कि बल्लेबाज पांच दिन का बोझ उठाने के लिए तैयार है तो अय्यर को मौका जरूर मिलेगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट शुक्रवार से नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में शुरू होगा। दिल्ली दिसंबर 2017 के बाद पहली बार टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहा है। भारतीय टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी है।
श्रेयस अय्यर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट से बाहर हुए थे। बीसीसीआई ने मंगलवार को घोषणा की थी कि अय्यर दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम के साथ जुड़ेंगे। द्रविड़ ने कहा कि अय्यर गुरुवार को बल्लेबाजी करेंगे और अगर टीम प्रबंधन को लगा कि वो पांच दिन का बोझ झेलने के लिए तैयार हैं तो उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल किया जाएगा।
राहुल द्रविड़ ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'चोट से किसी का लौटकर आना हमेशा अच्छा होता है। हम कभी चोट के कारण किसी खिलाड़ी को खोना पसंद नहीं करते हैं। यह टीम के रूप में हमारे और व्यक्तिगत स्तर पर भी अच्छा नहीं है। मैं खुश हूं कि वो फिट है और वापसी कर रहा है। हम कुछ दिनों की ट्रेनिंग के बाद फैसला लेंगे। उसका आज लंबा सत्र रहा और कुछ ट्रेनिंग की। हम इसका विश्लेषण करेंगे और देखेंगे कि यह आगे कैसे जा रहा है। अगर वो फिट है और टेस्ट मैच के पांच दिन का भार उठाने को तैयार हुआ तो कोई शक नहीं कि पिछले प्रदर्शन को देखते हुए उसे सीधे प्लेइंग 11 में शामिल किया जायेगा।
अय्यर को बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर में दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के बाद कमर में सूजन आई थी। भारतीय हेड कोच ने कहा कि अय्यर के टेंपरामेंट ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया और मिडिल ऑर्डर का मजबूत दावेदार बनाया।
द्रविड़ ने कहा, 'हां श्रेयस अय्यर स्पिन के खिलाफ अच्छा खेलते हैं, लेकिन उनकी सबसे अलग बात है टेंपरामेंट। पिछले एक से डेढ़ साल में वो, जडेजा और ऋषभ ने हमें मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला। बांग्लादेश में उनका टेंपरामेंट अच्छा संकेत था।'
भारतीय हेड कोच ने कहा कि टीम प्रबंधन उन खिलाड़ियों की तारीफ करता है, जिन्होंने भारत के लिए मैच जीते और जब वो चोट से लौटते हैं तो प्लेइंग 11 में मौका देते हैं।
उन्होंने कहा, 'हम उन खिलाड़ियों के योगदान का मान रखते हैं, जिन्होंने प्रदर्शन किया है। अगर वो चोट के कारण मैच से बाहर होते हैं तो सीधे वापसी के हकदार हैं।'