नागपुर में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले टेस्ट (IND vs AUS) का दूसरा दिन काफी हद तक भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के नाम रहा, जिन्होंने एक जबरदस्त शतक लगाया और अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। रोहित की पारी की तारीफ पूर्व भारतीय हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने भी की है और उन्होंने कहा कि भारतीय कप्तान को अहसास था कि टीम को बचाने के लिए उन्हें बड़ी पारी खेलने की जरूरत है।
दूसरे दिन भारत के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज कुछ खास योगदान नहीं दे पाए लेकिन रोहित ने एक छोर थामे रखा और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को वापसी का मौका नहीं दिया। उन्होंने अपनी पारी में 212 गेंदों का सामना किया और 120 रन बनाये। उनकी पारी में 15 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने रोहित को तीसरे सेशन की शुरुआत में पवेलियन लौटाया। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने 321/7 का स्कोर बना लिया था और 144 रनों की बढ़त प्राप्त कर ली थी।
रोहित शर्मा की पारी से रवि शास्त्री काफी प्रभावित नजर आये। उन्होंने दूसरे दिन के खेल के बाद, होस्ट ब्रॉडकास्टर्स के साथ बात करते हुए कहा,
रोहित शर्मा ने भारत के लिए लय बनाए रखी। उनके आसपास विकेट गिर रहे थे लेकिन उनकी लय और गति नहीं बदली। रोहित शर्मा को बहुत जल्दी एहसास हो गया था कि उन्हें भारत को उस मजबूत स्थिति में लाने के लिए एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने की जरूरत है। सीरीज का पहला टेस्ट, सीरीज के कप्तान, अगर वह आगे बढ़कर नेतृत्व कर सकते हैं, तो वह भारत को वहां (सीरीज जीत के लिए) ले जा सकते हैं।
रोहित शर्मा के द्वारा अच्छी स्थिति में पहुंचाने का फायदा निचले क्रम में रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने उठाया। दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे किये और स्टंप्स तक नाबाद रहते हुए भारत के स्कोर को 300 के पार पहुँचाया। भारत को उम्मीद होगी कि यह जोड़ी कल कम से कम पहला सेशन खेल जाये ताकि ताकि टीम एक बड़ी बढ़त लेकर ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बना दे।