रविचंद्रन अश्विन ने तोड़े अनिल कुंबले के दो बड़े रिकॉर्ड, बड़ी उपलब्धियां की अपने नाम 

रविचंद्रन अश्विन ने शानदार गेंदबाजी की
रविचंद्रन अश्विन ने शानदार गेंदबाजी की

रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को टेस्ट क्रिकेट में क्यों भारतीय टीम के सबसे अहम गेंदबाजों में शुमार किया जाता है, यह चीज एक बार फिर उन्होंने अहमदाबाद टेस्ट (IND vs AUS) में साबित कर दी। बल्लेबाजी के लिए मददगार पिच पर अश्विन ने दूसरे दिन अपनी फिरकी का जलवा दिखाया और पारी में कुल छह विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को समेटने का काम किया। जब लग रहा था कि भारतीय गेंदबाजों के पास कोई योजना नहीं है, अश्विन ने अपनी गेंदबाजी से भारत को सफलता दिलाई और फिर जल्दी-जल्दी विकेट चटकाने का काम किया। उन्होंने छह विकेट लेने के दौरान एक बड़ा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया और पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले (Anil Kumble) को पीछे छोड़ा।

रविचंद्रन अश्विन ने टॉड मर्फी का विकेट लेकर अनिल कुंबले के रिकॉर्ड को तोड़ा। कुंबले के नाम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 20 टेस्ट मुकाबलों में 30.32 के औसत से 111 विकेट चटकाए और भारत की तरफ से सबसे ज्यादा और ओवरआल दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। हालाँकि, अब अश्विन उनसे आगे निकल गए हैं, जिनके नाम 22 टेस्ट मुकाबलों में 113 विकेट दर्ज हैं। अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में नाथन लायन की भी बराबरी कर ली है। उन्होंने भी 113 विकेट अपने नाम किये हैं।

रविचंद्रन अश्विन के 6/41 के स्पेल की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 167.2 ओवर में 480 के स्कोर पर समेटने में कामयाबी हासिल की।

घर पर सबसे ज्यादा बार पारी में पांच विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने अश्विन

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने के कुंबले के रिकॉर्ड को तोड़ने के अलावा, अश्विन ने घरेलू सरजमीं पर सबसे ज्यादा बार पारी में पांच विकेट लेने के मामले में भी उनको पीछे छोड़ा। अश्विन ने भारत में 26 बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया है, जबकि कुंबले ने 25 बार भारतीय सरजमीं में पांच विकेट लिए थे। ओवरआल लिस्ट में अश्विन संयुक्त रूप से श्रीलंका के पूर्व स्पिनर रंगना हेराथ के साथ दूसरे स्थान पर मौजूद हैं। दोनों के नाम घर पर 26 बार पारी में पांच विकेट दर्ज हैं। इस लिस्ट में सबसे ऊपर श्रीलंकाई दिग्गज मुथैया मुरलीधरन हैं, जिन्होंने 45 बार श्रीलंका में यह कारनामा किया।

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Edited by Prashant Kumar