भारतीय टीम (India Cricket team) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) के पहले टेस्ट में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को टेस्ट डेब्यू करने का मौका दिया था। हालांकि, दूसरे टेस्ट में ही सूर्यकुमार यादव को टीम से ड्रॉप कर दिया गया। इसकी वजह रही श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) का टीम में वापसी करना।
ऑस्ट्रेलिया के महान कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि सूर्यकुमार यादव का बाहर होना आश्चर्यचकित वाली बात नहीं है। पोंटिंग ने कहा कि श्रेयस अय्यर का भारतीय टीम को इंतजार था और उनकी वापसी पर सूर्यकुमार यादव को जगह बनाने के लिए बाहर होना पड़ा।
आईसीसी पोडकास्ट में स्पोर्ट्स प्रेसेंटेटर संजना गणेशन से बातचीत करते समय पोंटिंग से पूछा गया कि सूर्यकुमार यादव अनलकी रहे कि उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए केवल एक मौका मिला। इस पर पोंटिंग ने जवाब दिया, 'नहीं, मुझे नहीं लगता कि सूर्यकुमार यादव अनलकी थे। हां, उन्होंने एक टेस्ट खेला, लेकिन ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय टीम को श्रेयस अय्यर के पूरी तरह फिट होने का इंतजार था। अगर आप देखें कि श्रेयस अय्यर ने पिछले 12 महीनों में टेस्ट क्रिकेट में कैसा प्रदर्शन किया, विशेषकर घरेलू परिस्थितियों में, तो वो शानदार हैं। तो सूर्या के लिए अनलकी बात रही, लेकिन ऐसा इसलिए क्योंकि दोबारा फिट हुए श्रेयस अय्यर की वापसी का इंतजार था। मुझे जरा भी शक नहीं कि सूर्या का समय दोबारा आएगा।'
बता दें कि नागपुर टेस्ट में सूर्यकुमार यादव को नाथन लियोन ने क्लीन बोल्ड किया था। वो केवल 8 रन बना सके थे। पोंटिंग ने साथ ही कहा कि वो सूर्यकुमार यादव को केवल सफेद गेंद खिलाड़ी बनते हुए नहीं देखना चाहते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा, 'मैं सूर्यकुमार यादव को केवल सफेद गेंद खिलाड़ी बनते हुए नहीं देखना चाहता हूं। मुझे कोई शक नहीं कि सूर्यकुमार यादव लाल गेंद क्रिकेट में भी सफल होंगे। वो मिडिल ऑर्डर में जान भरने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं और विभिन्न परिस्थितियों में प्रदर्शन करना जानते हैं। अगर मिडिल ऑर्डर में जगह निकली तो सूर्या निश्चित ही उस जगह को भरने के मजबूत दावेदार हैं।'