भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (IND vs AUS 2023) में स्पिनरों के अनुकूल टर्निंग पिच बनाए जाने पर कोई मलाल नहीं है। भारतीय कोच का मानना है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC 2023) के अंक महत्वपूर्ण है और अधिकांश देश ऐसी पिचें तैयार कर रहे हैं, जिनमें परिणाम निकलता है। टीम इंडिया फिलहाल चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है। लेकिन इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच की पिच को आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने ‘खराब’ करार दिया और तीन डिमेरिट पॉइंट भी दिए, जिसके बाद रैंक टर्नर विकेट पर खेलने को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
बता दें कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक खेले गए तीनों टेस्ट मैच तीन दिन के भीतर समाप्त हो गए। द्रविड़ ने नागपुर, दिल्ली और इंदौर के पिचों का बचाव करते हुए कहा,
“मैं इस मामले में ज्यादा नहीं जाऊंगा। मैच रेफरी अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं। वास्तव इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं उनके विचारों से सहमत हूं या नहीं। लेकिन जब डब्ल्यूटीसी के अंक दांव पर होते हैं तो आप ऐसे विकेट पर खेलते हैं जहां परिणाम निकले।’
हालांकि, द्रविड़ ने इसके साथ ही यह भी उल्लेख किया कि पिछले कुछ वर्षों में घरेलू टीमों ने जो पिच तैयार किए हैं, उनमें खेलना चुनौतीपूर्ण रहा है। द्रविड़ ने आगे कहा, “ऐसा हो सकता है, न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में ये हो रहा है। कभी-कभी सभी के लिए सही संतुलन तैयार करना मुश्किल होता है और ऐसा सिर्फ यहीं नहीं बल्कि अन्य स्थानों पर भी हो सकता है।”
164 टेस्ट मैच खेल चुके द्रविड़ ने बताया कि इस तरह के तेजतर्रार टर्न पिचों की मांग के पीछे क्या कारण है। यह 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट मैच था, जहां भारत अंतिम दिन आखिरी विकेट लेने में असफल रहा और मैच ड्रॉ हो गया था।
उन्होंने कहा, "परिणामों पर एक बड़ा महत्व है और यदि आप एक मैच ड्रॉ करते हैं, जैसे हमने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था, तो यह आपको घरेलू मैच में पीछे कर देता है। जब आपको जीत के लिए 12 अंक और ड्रॉ के लिए 4 अंक मिलते हैं हैं, तो आप जीत हासिल करना चाहते हैं।"
हमें भी विदेशों में ऐसे विकेटों पर खेलना पड़ता है- राहुल द्रविड़
द्रविड़ ने दक्षिण अफ्रीका की उन पिचों के बारे में भी बताया, जिनमें भारत अपने आखिरी दौरे में खेला था। उन्होंने कहा, "जब हम विदेशी दौरों पर जाते हैं तो हमें भी कुछ चुनौतीपूर्ण विकेटों पर खेलना पड़ता है। हाल ही में (2021-22) दक्षिण अफ्रीका दौरे पर स्पिनर पूरी तरह भूमिका से बाहर थे।"
हालांकि, द्रविड़ ने गेंदबाजों के फायदे से इनकार नहीं किया और कहा, "हर कोई विकेट बनाना चाहता है जहां अंत में कोई परिणाम निकले। आप शायद ऐसे विकेट तैयार करेंगे जहां गेंद को बल्ले की तुलना में थोड़ा अधिक मिले और यह आवश्यक है और खेल का हिस्सा है।"