ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से ट्रैविस हेड (Travis Head) को ड्रॉप करने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है कि टीम से ड्रॉप किए जाने के बाद ट्रैविस हेड के ऊपर इसका साइकोलॉजिकल असर पड़ सकता है। उनके मुताबिक अगर हेड को दूसरे टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल भी कर लिया जाए तब भी उनके दिमाग में शंका की स्थिति रहेगी।
दरअसल ट्रैविस हेड को भारत के खिलाफ नागपुर टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था और इससे हर कोई हैरान था। ट्रैविस हेड ने पिछले कई सालों से ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी की जिसके परिणामस्वरूप वह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में चौथे स्थान पर हैं। हेड ने साल 2021 से ऑस्ट्रेलिया के लिए 14 मैच में 54.05 के औसत से 973 रन बनाये हैं, जिसमें 3 शतक भी शामिल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने गेंदबाजी में 7 विकेट भी हासिल किये हैं। ट्रैविस हेड ने पिछली दो सीरीज में शानदार बल्लेबाजी की है लेकिन इसके बावजूद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया।
ट्रैविस हेड का कॉन्फिडेंस हिल गया होगा - मार्क टेलर
अब पहले मैच में मिली हार के बाद ट्रैविस हेड को दोबारा प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है लेकिन मार्क टेलर का मानना है कि अब हेड के ऊपर काफी दबाव रहेगा। चैनल नाइन से बातचीत में उन्होंने कहा,
अब कंगारू टीम अगले टेस्ट मैच में दोबारा ट्रैविस हेड की तरफ जाएगी लेकिन जो साइकोलॉजिकल डैमेज उनका हुआ है उसको लेकर मैं चिंतित हूं। उनको ड्रॉप करके सेलेक्टर्स ने उनको ये संदेश दिया है कि उन्हें इस तरह की पिचों के ऊपर ट्रैविस के ऊपर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। जब आप भारत जैसी जगहों पर बल्लेबाजी के लिए जाते हैं तो फिर इसकी जरूरत नहीं होती है।