ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर माइकल हसी ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कंगारू टीम की खराब बल्लेबाजी के लिए टी20 क्रिकेट को जिम्मेदार ठहराया है। माइकल हसी ने कहा है कि टी20 क्रिकेट की वजह से ही टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इस तरह के शॉट खेलने लगे हैं। हसी के मुताबिक 10-15 साल पहले तक टेस्ट में ऐसे शॉट्स नहीं देखने को मिलते थे लेकिन बल्लेबाज अब आड़े-तिरछे शॉट लगाने लगे हैं।
दरअसल दिल्ली टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर बल्लेबाज स्वीप शॉट खेलकर आउट हुए। उन्होंने सीधा शॉट लगाने की कोशिश नहीं की, बल्कि स्वीप शॉट खेलने की ज्यादा कोशिश की और इसी चक्कर में वो अपना विकेट गंवाते रहे। इसी वजह से उनकी काफी आलोचना भी हुई।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के शॉट सेलेक्शन पर माइकल हसी ने उठाए सवाल
माइकल हसी के मुताबिक टी20 के असर की वजह से ऐसा हो रहा है। फॉक्स क्रिकेट पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा 'हां निश्चित तौर पर हम ये कह सकते हैं कि टी20 का असर है। शॉर्ट फॉर्मेट में हम इसी तरह के ज्यादातर शॉट्स देखते हैं। 10-15 साल पहले इस तरह के रैम्प शॉट नहीं देखने को मिलते थे। अच्छी बात है कि आप इस तरह के शॉट खेल सकते हैं लेकिन इसे सही समय पर खेलना ज्यादा अहम होता है। आपको देखना होता है कि किस समय आप इस शॉट का प्रयोग कर रहे हैं और सामने गेंदबाज कौन सा है। मुझे नहीं लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने सही समय पर सही गेंदबाज के खिलाफ अपने शॉट खेले।'
आपको बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट ने भी ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर्स के स्वीप शॉट खेलने पर सवाल उठाए हैं। सलमान बट्ट के मुताबिक कंगारू टीम के प्लेयर्स को पता ही नहीं था कि स्पिन के खिलाफ करना क्या है और इसी वजह से वो स्वीप शॉट लगाते रहे और आउट होते रहे।