भारत (India Cricket team) और ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के बीच रविवार को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर तीसरा व अंतिम वनडे मैच खेला जाना है। सिकंदराबाद के जिमखाना मैदान में गुरुवार को टिकट की बिक्री शुरू हुई और फैंस की बड़ी संख्या के कारण स्थिति अनियंत्रित हो गई। स्थानीय पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज का प्रयोग किया।
कुछ फैंस चोटिल हो गए और हैदराबाद पुलिस ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ तीन विभिन्न मामले दायर किए। एचसीए के अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन अब राज्य इकाई के बचाव में उतरे और कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुकाबले की तीन साल के अंतर के बाद मेजबानी के कारण इस तरह की स्थिति घटी।
अजहरुद्दीन ने अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी की कठिनाइयों पर प्रकाश डाला और उनका मानना है कि एचसीए बोर्ड ने कोई गलती नहीं की है। पूर्व भारतीय कप्तान ने चोटिल फैंस के प्रति संवेदना जताई और टिकट की उपलब्धता की पूर्ण रिपोर्ट का भरोसा दिलाया। उन्होंने साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी के लिए लंबा अंतराल भगदड़ का एक प्रमुख कारण था। अजहर ने कहा कि बोर्ड सुनिश्चित करेगा कि खेल पर इसका किसी भी तरह कोई असर नहीं पड़े।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने खेल मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ के साथ कांफ्रेंस के साथ दौरान कहा, 'इस कमरे में बैठकर मैच की मेजबानी के बारे में बातें करना आसान नहीं है। हमने कुछ गलत नहीं किया है। हम उन फैंस के साथ हैं, जो सुबह की घटना में चोटिल हुए और एचसीए उनका पूरी तरह ध्यान रखेगा। मैं टिकट बिक्री, उपलब्धता और अन्य सभी जानकारियों की विस्तृत खबर मंत्री को दूंगा और वो आपको बताएंगे कि क्या सही है और क्या गलत।'
उन्होंने आगे कहा, 'परेशानी होनी है। हां, जनता तीन साल के लंबे अंतराल के बाद मैच देखना चाहती है। मगर वही, सभी ऐसा नहीं कर सकते हैं। हमने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में विस्तृत जानकारी दे दी थी। हमारे पास छुपाने को कुछ नहीं है। मगर हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मैच आगे बढ़े। सुप्रीम कोर्ट ने मेरी शक्तियों पर रोक लगाने का कोई आदेश नहीं दिया है।'