पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह (RP Singh) ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टेस्ट मैचों के 2-3 दिनों में खत्म होने का बड़ा कारण बताया है। उनके मुताबिक इन मुकाबलों के जल्दी खत्म होने में पिच की कोई गलती नहीं थी बल्कि बल्लेबाजों की गलती थी। आरपी सिंह ने कहा कि बल्लेबाज उस हिसाब से बल्लेबाजी नहीं कर पाए जिस तरह की जरूरत टेस्ट क्रिकेट में होती है।
दरअसल अभी तक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत तीन मुकाबले खेले गए हैं और ये तीनों ही मुकाबले तीन दिनों के अंदर खत्म हो गए हैं। अभी तक कोई भी मैच चौथे दिन तक नहीं जा पाया है। इस दौरान तीनों ही मैचों की पिच से काफी टर्न स्पिन गेंदबाजों को मिला और उससे बल्लेबाजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यही वजह थी कि इंदौर की पिच को तीन डी-मेरिट प्वॉइंट भी दे दिए गए थे।
मैच जल्दी खत्म होने के लिए पिच को दोष नहीं देना चाहिए - आरपी सिंह
मैचों के तीन दिन के अंदर खत्म होने की वजह पिच बताई जा रही है। हालांकि आरपी सिंह इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनके मुताबिक पिच की इसमें कोई गलती नहीं है। उन्होंने एक इवेंट के दौरान कहा 'हमें पिच को दोष देने की बजाय खुद अच्छा खेलना चाहिए और अपने परफॉर्मेंस में सुधार लाना चाहिए। दोनों ही टीमें एक ही पिच पर खेल रही थीं और जिस टीम ने ज्यादा अच्छा खेला उसने जीत हासिल की।'
इससे पहले भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने भी यही बात कही थी। तीसरे टेस्ट मुकाबले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा था 'पिच को लेकर काफी ज्यादा चर्चा हो रही है। जब भी हम भारत में खेलते हैं तो सारा फोकस केवल पिच पर ही होता है। लोग नाथन लियोन के बारे में सवाल क्यों नहीं पूछ रहे हैं। उन्होंने कितनी जबरदस्त गेंदबाजी की ? पुजारा ने दूसरी पारी में कितनी बेहतरीन बैटिंग की ? उस्मान ख्वाजा ने कितना बेहतरीन तरीके से खेला ?'