ICC gives satisfactory rating to SCG pitch: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का अंतिम टेस्ट मैच सिडनी में खेला गया था। यह मुकाबला ढाई दिन तक भी नहीं चला था और इस वजह से इसकी पिच को लेकर बातचीत भी हो रही थी। हालांकि, अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की तरफ से इस पिच की रेटिंग को सार्वजनिक कर दिया गया है। ICC द्वारा पिच को मिली रेटिंग के हिसाब से यह पिच मैच के लिए ठीक थी। हालांकि, इस सीरीज में पहले चार टेस्ट जिन पिचों पर खेले गए थे उनके मुकाबले सिडनी की पिच को मिली रेटिंग कम है।
ICC की तरफ से टेस्ट मैच खेले जाने वाली पिचों को पहले छह तरह की रेटिंग दी जाती थी, लेकिन 2023 में बदलाव करके अब रेटिंग केवल चार कैटेगरी में ही दी जाती है। अगर कोई पिच बहुत अच्छी होती है तो सर्वोच्च कैटेगिरी में उसे रखा जाता है। इसके बाद संतोषजनक की एक कैटेगिरी बनाई गई है जिसमें पिच बहुत अच्छी तो नहीं मानी जाती, लेकिन फिर भी इसी मैच के लिए उचित माना जाता है। सिडनी पिच को संतोषजनक की ही रेटिंग मिली है। अन्य सभी चार मैदानों को बहुत अच्छी वाली रेटिंग दी गई है। इसके बाद की दो रेटिंग असंतोषजनक और अनफिट की होती है। इन दोनों में से किसी पिच को यदि कोई भी रेटिंग मिलती है तो फिर उसे मैदान के खाते में डिमेरिट पॉइंट भी जोड़ दिया जाता है।
तेज गेंदबाजों ने लिए थे सिडनी टेस्ट में 34 में से 33 विकेट
सिडनी में खेले गए टेस्ट मैच में कुल 34 विकेट गिरे थे जिसमें से 33 विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए। ऐसे में यह बात तो साफ है कि इस पिच में तेज गेंदबाजों के लिए काफी मदद थी। हालांकि, इसके बावजूद यह भी स्वीकार करना होगा कि बल्लेबाजों ने भी धैर्य नहीं दिखाया और खास तौर से भारतीय बल्लेबाजी काफी लचर रही। हालांकि, एशिया में अगर ऐसा कुछ हुआ होता तो इस पर ज्यादा बातचीत हो रही होती।
यदि भारत में इसी तरह कोई टेस्ट मैच ढाई दिन के अंदर समाप्त हो जाए और इस तरह से ही सारे विकेट स्पिनर्स के ही खाते में चले जाएं तो काफी ज्यादा बातचीत की जाती है।