इंग्लैंड (England Cricket Team) के युवा तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन (Ollie Robinson) ने भारत के खिलाफ नॉटिंघम टेस्ट मैच (ENG vs IND) में जबरदस्त गेंदबाजी के बाद अपने ट्विटर विवाद को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि उस वक्त उन्हें ऐसा लगा था कि अब वो दोबारा इंग्लैंड के लिए नहीं खेल पाएंगे।
दरअसल 8 साल पुराने ट्वीट के कारण ओली रॉबिन्सन को सस्पेंड कर दिया गया था। उन्होंने लॉर्ड्स टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया था और जबरदस्त प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने कुल मिलाकर सात विकेट चटकाए थे और बल्ले से भी अपना अहम योगदान दिया था।
ओली रॉबिन्सन को उनके पुराने ट्वीट के कारण किया गया था सस्पेंड
हालांकि उनके कुछ पुराने ट्वीट्स को लेकर विवाद खड़ा हो गया। साल 2012 और 2013 में ओली रॉबिन्सन ने नस्लवादी और सेक्सिस्ट कमेंट किए थे और उनके डेब्यू के बाद ये ट्वीट्स सामने आ गए। इसके बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट से सस्पेंड कर दिया। इसके बाद रॉबिन्सन ने क्रिकेट से ब्रेक भी ले लिया था। उस वक्त इस मामले की काफी चर्चा हुई थी।
हालांकि भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में उनकी वापसी हुई और बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 5 विकेट चटका दिए। तीसरे दिन के खेल के बाद अपने ट्विटर विवाद को लेकर उन्होंने कहा "निश्चित तौर पर अपने करियर को लेकर मैं आश्वस्त नहीं था। उस समय मैं अपने वकील से बात कर रहा था, क्योंकि ऐसा लग रहा था कि मुझे कई सालों के लिए बैन कर दिया जाएगा और मैं इंग्लैंड के लिए दोबारा नहीं खेल पाऊंगा। कुछ सालों बाद मैं 30 साल का हो जाऊंगा और फिर कोई और मेरी जगह ले लेगा। तो हां मुझे अपने करियर पर संदेह जरूर होने लगा था। मुझे ऐसा लगा था कि मैं इंग्लैंड के लिए दोबारा नहीं खेल पाऊंगा। हालांकि मैंने काफी कुछ सीखा है। पिछले 10 सालों से मैंने अपने आपको एक इंसान के तौर पर डेवलप किया है। मैंने अपने आपको अच्छा इंसान बनाने की कोशिश की है और उम्मीद करता हूं कि लोगों को वो दिखेगा।"