विशाखापट्टनम टेस्ट में इंग्लैंड को भारत (IND vs ENG) के खिलाफ 106 रनों से हार झेलनी पड़ी और पांच मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर पहुँच गई। इस मुकाबले के चौथे दिन इंग्लैंड की पारी के दौरान ओपनर जैक क्रॉली को डीआरएस की मदद से भारतीय टीम ने चलता किया। उन्हें आउट दिए जाने के फैसले की काफी चर्चा हुई और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने यहाँ तक कह दिया कि इस मौके पर तकनीक गलत साबित हुई। हालाँकि, दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने तकनीक का बचाव किया है और बताया कि आखिर क्यों यह फैसला पूरी तरह सही था।
मेहमान टीम की दूसरी पारी में जैक क्रॉली काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और अर्धशतक बनाकर काफी आत्मविश्वास से भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ रन बटोर रहे थे। हालाँकि, पारी के 42वें ओवर में कुलदीप यादव की गेंद उनके पैड पर लगी और भारत की तरफ एलबीडबल्यू की जोरदार अपील हुई, जिसे मैदानी अंपायर ने नकार दिया। इसके बाद, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने डीआरएस का सहारा लिया, जिसमें पिचिंग, इम्पैक्ट और विकेट हिटिंग सब कुछ भारत के पक्ष में गया, जिसकी वजह से तीसरे अंपायर ने इंग्लिश ओपनर को आउट करार दिया और उनकी पारी 73 रनों पर समाप्त हो गई।
क्रिकबज पर चर्चा के दौरान, दिनेश कार्तिक ने जैक क्रॉली के एलबीडबल्यू दिए जाने वाले फैसले को लेकर कहा,
होता यह है कि जब कुलदीप 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के आसपास गेंदबाजी करते हैं तो उन्हें बहुत अधिक टर्न मिलता है, जिसका मतलब है कि वह थोड़ी धीमी गति से गेंदबाजी करते हैं, अधिक हवा देते हैं। लेकिन यह 86 किमी प्रति घंटे के के आसपास थी, इसलिए वह बहुत अधिक फ़्लैट और तेज गेंदबाजी कर रहे थे और इसलिए सिर्फ 2 डिग्री ही टर्न मिला। इसीलिए इम्पैक्ट पर हम सभी को लगा कि शायद यह लेग साइड की तरफ जा रही है, लेकिन इतना टर्न नहीं हुआ कि स्टंप मिस हो जाएँ। मुझे नहीं लगता कि हमें वास्तव में (बॉल) ट्रैकर पर संदेह करना चाहिए।