इंग्लैंड का भारत दौरे (IND vs ENG) पर अभी तक प्रदर्शन मिलाजुला रहा है। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के शुरूआती दो मुकाबलों में इंग्लैंड ने अच्छी स्पर्धा की थी लेकिन तीसरे मुकाबले में टीम का प्रदर्शन बेहद औसत रहा और उसे 434 रनों के बड़े अंतर से हार झेलनी पड़ी। राजकोट टेस्ट में हार के बाद इंग्लैंड के बैजबॉल एप्रोच पर काफी सवाल उठ रहे हैं। हालाँकि, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) का मानना है कि अगर इंग्लिश टीम को लगता है कि वे बैजबॉल एप्रोच से अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं और भारत को सीरीज में मात दे सकते हैं, तो उन्हें अपने इस एप्रोच पर टिके रहना चाहिए।
पिछले मुकाबले में इंग्लैंड को रनों के अंतर से अपनी दूसरी सबसे बड़ी टेस्ट हार झेलनी पड़ी। इसके बाद से ही टीम की लगातार आलोचना हो रही। निरंजन शाह स्टेडियम में मुकाबले के चौथे दिन इंग्लैंड दूसरी पारी में सिर्फ 122 पर सिमट गई थी। इससे पहले पहली पारी में एकसमय इंग्लैंड का स्कोर 207/2 था लेकिन टीम 319 रन ही बना पाई थी।
ईएसपीएन से बात करते हुए, माइकल क्लार्क ने बैजबॉल की तलवार से तुलना की और कहा कि आप इसके साथ जीते भी हैं और मरते भी हैं। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने कहा कि पूरी टीम को अब एक साथ आने और खुद का समर्थन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि यह उन चीजों में से एक है जहां आप तलवार से जीते हैं और आप इससे मरते हैं। यह इंग्लैंड के लिए एक साथ आने का समय है और बैजबॉल या जो भी आप इसे कहते हैं, अगर आप इस तरह खेलना चाहते हैं तो आपको खुद का समर्थन करना होगा और इस बात की परवाह नहीं करनी होगी कि अन्य लोग क्या सोचते हैं। अगर आपको लगता है कि भारत को हराने का यह सबसे अच्छा मौका है तो फिर खुद पर भरोसा करें।
गौरतलब हो कि पांच मैचों की सीरीज में भारत ने 2-1 की बढ़त ले रखी है। अगर टीम इंडिया 23 फरवरी से शुरू होने वाले रांची टेस्ट को जीत लेती है, तो फिर सीरीज में अजेय बढ़त बना लेगी। ऐसे में इंग्लैंड को सीरीज बराबर करने के लिए अगले मुकाबले में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।