भारतीय टीम (India Cricket Team) के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे (Paras Mhambrey) ने हैदराबाद में चल रहे पहले टेस्ट के चौथे दिन लक्ष्य इंग्लैंड (England Cricket Team) को जल्दी ऑलआउट करना बनाया है। म्हाम्ब्रे ने कहा कि वो चौथी पारी में कितना लक्ष्य मिलेगा, उसकी चिंता करने के बजाय इंग्लैंड को जल्दी समेटने पर ध्यान देना पसंद करेंगे।
इंग्लैंड ने पहली पारी में मिली 190 रन की बढ़त को अच्छी तरह उतारकर मुकाबला रोमांचक बना दिया। मेहमान टीम ने शनिवार को टेस्ट के तीसरे दिन स्टंप्स तक 77 ओवर में 6 विकेट खोकर 316 रन बनाए। ओली पोप 148* और रेहान अहमद 16* रन बनाकर खेल रहे हैं।
पारस म्हाम्ब्रे ने कहा, 'हम किसी विशेष लक्ष्य पर गौर नहीं कर रहे हैं। हमारी कोशिश चौथे दिन सुबह जल्दी विकेट निकालने की होगी ताकि उन्हें सीमित कर सकें। हम किसी तरह सही क्षेत्र में गेंदबाजी करके पिच से टर्न और उछाल हासिल करने की कोशिश करेंगे।'
म्हाम्ब्रे ने साथ ही कहा, 'अगर आप देखें कि पिछले तीन दिनों से खेल किस तरह प्रगति कर रहा है तो पाएंगे कि पहले सत्र में टर्न मिल रहा है। मेरे ख्याल से जितना गेंद टर्न हो रही है, दूसरी पारी में यह और बेहतर होती जाएगी। चौथे दिन कुछ टर्न रहेगा, लेकिन ज्यादा नहीं जैसे भारतीय उपमहाद्वीप पिचों में मिलता है। तेज टर्न तभी मिलेगा जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा। अभी गेंद थोड़ा टर्न ले रही है, लेकिन यह चुनौतीपूर्ण नहीं है।'
पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि भारतीय गेंदबाज बैजबॉल रणनीति से वाकिफ थे और वो सीरीज से पहले इसका सामना करने की तैयारी कर रहे थे। भारतीय गेंदबाजी कोच ने कहा, 'हम सीरीज से पहले जानते थे कि इंग्लैंड पिछले कुछ सालों में किस सोच के साथ टेस्ट क्रिकेट खेल रही है। हम उनसे उसी तरह की सोच के साथ खेलने की अपेक्षा कर रहे थे। मगर उन्हें श्रेय देना होगा कि वाकई बहादुरी दिखाकर बैजबॉल स्टाइल में खेला। ओली पोप ने कुछ बहुत ही आकर्षक शॉट्स खेले, जिसने भारत को दबाव में ला दिया।'
भारतीय गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने ओली पोप की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने सही समय पर भारतीय गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया। उन्होंने कहा, 'ऐसा होता नहीं है कि बल्लेबाज विभिन्न क्षेत्र में शॉट खेलना शुरू दे। यह चुनौतीपूर्ण होता है। पोप ने स्क्वायर लेग क्षेत्र और रिवर्स स्वीप बहुत अच्छी तरह खेले। उन्होंने तब आक्रमण किया, जब इसकी सबसे ज्यादा जरुरत थी।'